नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को डिजिधन योजना और डिजिधन व्यापार योजना के विजेताओं को सम्मानित किया। महाराष्ट्र की लातूर की रहने वाली श्रद्धा मोहन मैनशेट्टी को 1 करोड़ रुपए का पुरस्कार मिला। श्रद्धा ने मात्र 1,590 रुपए का भुगतान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के रूपे कार्ड से किया था। श्रद्धा के पिता एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते हैं।
Daughter of small Kiran store owner from Latur District in Maharashtra, Shraddha receives Rs.1 crore Mega Reward for using #DigitalPayments pic.twitter.com/6koTfNuBRV
— NITI Aayog (@NITIAayog) April 14, 2017
बाकी पुरस्कार पाने वालों की यह रही सूची
दूसरा पुरस्कार गुजरात के बैंक ऑफ बड़ौदा के रूपे कार्ड के जरिए 1,100 रुपये के डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वाले पेशे से शिक्षक हार्दिक कुमार चिमनभाई प्रजापति को मिला। पुरस्कर की राशि 50 लाख रुपए है।
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तीसरा पुरस्कार उत्तराखंड में देहरादून के रहने वाले भरत सिंह को मिला है। उन्होंने मात्र 100 रुपए का डिजिटल ट्रांजेक्शन किया था। 37 साल के भरत ने 9वीं तक की पढ़ाई की है और एक कपड़े की दुकान में काम करते हैं।
गंगा सफाई के लिए दी पुरस्कार की राशि
तमिलनाडु के वेस्ट तांबरम के जीआरटी ज्वैलर्स ने आईसीआईसीआई बैंक के जरिए सिर्फ 300 रुपए का पेमेंट कर 50 लाख रुपए जीते हैं। उन्होंने इनाम में मिले पैसों को गंगा की सफाई के लिए दान कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक ने भी 50 लाख रुपये भी दान किए हैं।
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रागिनी राजेंद्र उत्तेकर को दूसरा पुरस्कार मिला, उन्होंने 25 लाख रुपए का इनाम जीता। रागिनी ने मात्र 510 रुपए का भुगतान किया था। वहीं, हैदराबाद के शेख रफी को तीसरा पुरस्कार मिला। उन्होंने 2000 रुपए का भुगतान किया था, जिसके बदले उन्हें 12 लाख रुपए का इनाम मिला।