नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ के 125वें वार्षिक सम्मेलन में भारतीय उद्योग जगत को संबोधित करते हुए कहा कि फर्नीचर, एसी तथा लेदर एंड फुटवेयर पर काम शुरू हो चुका है। सिर्फ एसी को लेकर ही हम अपनी डिमांड का 30 प्रतिशत से ज्यादा आयात करते हैं, इसपर तेजी से कम करना है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लेदर प्रोड्यूसर होने के बावजूद ग्लोबल एक्सपोर्ट में हमारी हिस्सेदारी बहुत कम है। कितने ही सेक्टर हैं जिनमें हम बहुत अच्छा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयात कम से कम इसपर सोचने की जरूरत है। तमाम सेक्टर में प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए अपने लक्ष्य तय करने ही होंगे। आप जैसे साथियों के सहयोग से ही देश में वंदे भारत जैसी ट्रेनें बनी, मेट्रो कोच निर्यात हो रहे हैं, मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग जैसे तमाम सेक्टर्स में इंपोर्ट पर निर्भरता कम करने का प्रयास हो रहा है।
उन्होनें कहा कि 3 महीने में पीपीई किट की सैंकड़ों करोड़ की इंडस्ट्री आपने ही खड़ी की है। रोजाना भारत में 3 लाख किट बन रही है तो यह उद्योग जगत का ही सामर्थ्य है। इसी सामर्थ्य का इस्तेमाल करके हर सेक्टर में आगे बढ़ना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके पास एक क्लीयर रास्ता है, आत्मनिर्भर भारत का रास्ता। इसका मतलब है कि हम और ज्यादा मजबूत होकर दुनिया के सामने आएं। आपको भी कोरोना वायरस ने के बाद नई भूमिका में आना होगा। आपको घरेलू उद्योग की रिकवरी को बढ़ाना है, अगले ,स्तर की ग्रोथ को प्राप्त करना है और उसे सहारा देना है। आपको उद्योग, अपने बाजार को विश्वस्तर पर बढ़ाने में मदद करनी होगी।