नई दिल्ली। देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री के मुताबिक पिछले पैकेज औऱ इस नए पैकेज के साथ पूरा आर्थिक पैकेज कुल 20 लाख करोड़ रुपये का होगा। इसमें मार्च में ऐलान किए गए राहत पैकेज की भी रकम शामिल की गई है। प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक ये पैकेज देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री के मुताबिक वित्त मंत्री आने वाले दिनों में इस पैकेज के बारे में जानकारी साझा करेंगी। हालांकि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने संकेत दिए कि इस पैकेज का जोर देश को आत्मनिर्भर बनाने में और MSME सेक्टर को राहत पहुंचाने में किया जाएगा। उन्होने कहा कि पैकेज भारत की जीडीपी का करीब 10 प्रतिशत है, इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपए की सपोर्ट मिलेगी। उनके मुताबिक पैकेज में जमीन मजदूर नकदी और नियम पर जोर दिया गया है। पीएम ने कहा कि यह आर्थिक पैकेज देश के कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु और मझौले श्रमिक और किसान और मध्यमवर्ग के लिए है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आने वाले समय में सुधार कदमों के भी संकेत दिए हैं। उनके मुताबिक देश को आत्मनिर्भर बनाए जाने के लिए बड़े सुधारों के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। 6 सालों में जो सुधार हुए उनके कारण आज संकट के समय भारत की व्यवस्थाएं अधिक समर्थ नजर आई हैं। अब सुधार के इस दायरे को व्यापक करना है। प्रधानमंत्री ने संकेत दिए अब सुधार कदम खेती से जुड़ी पूरी सप्लाई चेन, टैक्स सिस्टम, सरल कानून, इंफ्रास्ट्रक्चर, और मजबूत वित्तीय सिस्टम के निर्माण के लिए होंगे। कारोबार को प्रोत्साहित करेंगे और मेक इन इंडिया के संकल्प को मजबूत करेंगे।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया की बात करते हुए लोगों से स्वदेशी के प्रचार और प्रसार में जुड़ने के लिए भी कहा