लंदन। भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर भारतीय बैंकों से 100 प्रतिशत मूलधन वापस लेने का आह्वान किया है। विजय माल्या ने यह निवेदन ब्रिटिश हाई कोर्ट में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका पर तीन दिन की सुनवाई खत्म होने के बाद किया है। किंगफिशर एयरलाइंस के 64 वर्षीय पूर्व प्रमुख माल्या पर भारतीय बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए का ऋण न चुकाने, धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है। लंदन में रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस के बाहर माल्या ने कहा कि मैं बैंकों से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि आप अपना 100 प्रतिशत मूलधन तुरंत वापस ले लें।
उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बैंकों कि शिकायत पर मेरी संपत्तियों को जब्त कर लिया है। पीएमएलए के तहत मैंने ऐसा कोई अपराध नहीं किया है, जिसकी वजह से ईडी को मेरी संपत्ति जब्त करनी पड़े। मैं कह रहा हूं, कृपया बैंक अपना पैसा मुझसे वापस ले लें। ईडी ऐसा करने से मना कर रहा है, क्योंकि उसने संपत्तियों को जब्त कर लिया है। एक ही संपत्ति पर ईडी और बैंक अपना-अपना दावा कर रहे हैं और आपस में झगड़ रहे हैं।
भारत वापस आने के सवाल पर विजय माल्या ने कहा कि मैं वहां रहूंगा जहां मेरा परिवार है, जहां मेरा कारोबार है। यदि सीबीआई और ईडी उचित व्यवहार करते हैं तो यह एक अलग बात होगी। ये सभी पिछले चार साल से मेरे साथ जो कर रहे हैं, वह पूरी तरह से अनुचित है।
भारत 9,000 करोड़ रुपए के धन शोधन के मामले में माल्या का प्रत्यर्पण चाहता है। लंदन का रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस अगले कुछ हफ्तों में प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ अपील पर अपना फैसला सुनाएगा। ब्रिटेन के पूर्व गृह मंत्री साजिद जाविद ने पिछले साल फरवरी में प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। माल्या अप्रैल, 2017 में प्रत्यर्पण वॉरंट पर अपनी गिरफ्तारी के बाद से जमानत पर हैं।