नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा पेट्रोल पंप डीलर्स को कड़ी चेतावनी देने के बाद डीलर्स ने शुक्रवार यानि 13 अक्टूबर को हड़ताल पर जाने का अपना फैसला वापस ले लिया है। पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलर्स को उनका अनुबंध रद्द करने की भी धमकी दी थी।
पेट्रोल पंप डीलर्स के विभिन्न संघों ने शुक्रवार को 24 घंटे की हड़ताल का आवान किया था। डीलरों ने नए बाजार अनुशासन दिशानिर्देशों के खिलाफ हड़ताल का ऐलान किया था। इन दिशानिर्देशों में कम माप, ऑटोमेटेड पंपों को मैनुअल तरीके से बिना मंजूरी के चलाने, स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था नहीं करने और कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन का भुगतान नहीं करने के लिए कड़े जुर्माने का प्रावधान है।
अखिल भारतीय पेट्रोलियम डीलर संघ के अध्यक्ष अजय बंसल ने कहा कि तीनों पेट्रोलियम कंपनियों के विपणन निदेशक ने हमसे हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है। उनकी अपील के बाद हम अपने हड़ताल के आह्वान को वापस ले रहे हैं।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स, ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन और कंसोर्टियम ऑफ इंडियन पेट्रोलियम डीलर्स के मुख्य संगठन यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट ने भी 27 अक्टूबर से खरीद और बिक्री परिचालन को अनिश्चितकाल के लिए रोकने की चेतावनी दी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन संजीव सिंह ने कल इस हड़ताल की घोषणा को अनुचित बताते हुए कहा था कि पेट्रोलियम कंपनियों ने उनकी सभी मांगें पूरी कर दी हैं और कुछ सप्ताह पहले ही डीलरों का कमीशन बढ़ाया गया है।