नई दिल्ली। आम आदमी को महंगे पेट्रोल-डीजल से राहत नहीं मिल रही है। पिछले 20 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सबसे बड़ी तेजी दर्ज की गई है। दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल की कीमत 13 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है और इसके साथ ही यह अबतक के दूसरे सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है। डीजल की कीमत भी 15 पैसे प्रति लीटर बढ़कर, जो 1 अप्रैल के बाद अब तक की सबसे अधिक तेजी है। इंडियन ऑयल वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 74.21 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में 76.91 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में 82.06 रुपए प्रति लीटर और चेन्नई में 76.99 रुपए प्रति लीटर हो गया।
इसी प्रकार शनिवार को दिल्ली में डीजल की कीमत 65.46 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में 68.16 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में 69.70 रुपए प्रति लीटर और चेन्नई में 69.06 रुपए प्रति लीटर हो गई।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के मद्देनजर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोलियम उत्पादों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाने की वकालत करते हुए कहा कि इससे आम लोगों को वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने की स्थिति में ईंधन कीमतों में वृद्धि से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने इस बारे में अपना विचार बनाना शुरू कर दिया है। जीएसटी को पिछले साल जुलाई में लागू किया गया है। फिलहाल पेट्रोलियम उत्पादों को इसके दायरे से बाहर रखा गया है।
प्रधान ने कहा कि सीरिया में तनाव और अमेरिका द्वारा ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की धमकी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पाद पिछले चार साल के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं। भारत सरकार इसको लेकर चिंतित है, पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के तहत लाया जाना चाहिए, लेकिन चूंकि यह जीएसटी क्रियान्वयन का पहला साल है, राज्य इसको लेकर चिंतित हैं और अपनी आय को लेकर असमंजस में हैं।