नई दिल्ली। बीते एक महीने से पेट्रोल और डीजल के दाम में मिल रही राहत का सिलसिला थमने के बाद शनिवार को पहली बार दोनों ईंधनों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। पिछले चार दिनों से पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ था जबकि डीजल के भाव पिछले तीन दिनों तक स्थिर रहे। तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में आठ पैसे जबकि डीजल के दाम में पांच पैसे की वृद्धि की है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम शनिवार को आठ पैसे बढ़कर क्रमश: 71.92 रुपये, 74.62 रुपये, 77.58 रुपये और 74.70 रुपये प्रति लीटर हो गए। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पांच पैसे बढ़कर क्रमश: 65.16 रुपये, 67.54 रुपये और 68.31 रुपये और 68.84 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
इससे पहले 23 जुलाई को पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी हुई थी जब दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल क्रमश: 73.41 रुपये, 75.87 रुपये, 79.02 रुपये और 76.24 रुपये लीटर हो गया था। डीजल की बात करे तो छह जुलाई के बाद पहली बार डीजल के दाम में वृद्धि की गई है।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पांच जुलाई को संसद में पेश आम बजट 2019-20 में पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपये प्रति लीटर की दर उत्पाद शुल्क और उपकर में वृद्धि की घोषणा के अगले ही दिन डीजल और पेट्रोल के भाव में दो रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की वृद्धि हो गई थी जब चारों महानगरों में डीजल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 66.69 रुपये, 68.59 रुपये, 69.90 रुपये औश्र 70.48 रुपये प्रति लीटर हो गए थे।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हालांकि इस कारोबारी सप्ताह के आखिरी दो सत्रों में कच्चे तेल के दाम में नरमी रही, लेकिन विगत दिनों तेल के दाम में रही तेल के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा हुआ है। मालूम हो कि भारत अपनी तेल की खपत का 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सा आयात करता है। इसलिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में तेजी और मंदी का सीधा असर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर पड़ता है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का अक्टूबर डिलीवरी अनुबंध शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले 1.32 फीसदी की कमजोरी के साथ 59.13 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।