नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम में हो रही वृद्धि एक बार फिर थम गई है और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी आने से फिलहाल वाहन ईंधनों के और महंगे होने की संभावना कम है। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में शनिवार को कोई बदलाव नहीं किया। उधर, बेंचकमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के वायदा सौदे में पिछले सप्ताह के मुकाबले इस सप्ताह तकरीबन चार फीसदी की गिरावट आई।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम यथावत क्रमश: 74.34 रुपए, 77.03 रुपए, 80.00 रुपए और 77.28 रुपए प्रति लीटर बने हुए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पूर्ववत क्रमश: 67.24 रुपए, 69.66 रुपए, 70.55 रुपए और 71.09 रुपए प्रति लीटर बने हुए हैं।
बता दें कि दिल्ली, कोलकाता, और मुंबई में शुक्रवार को पेट्रोल 15 पैसे जबकि चेन्नई में 16 पैसे लीटर महंगा हो गया था और डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 10 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 11 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। बीते कारोबारी सत्र में आईसीई पर बेंट क्रूड का नवंबर डिलीवरी अनुबंध 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ 61.88 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ जबकि पिछले सप्ताह के मुकाबले बेंट क्रूड का भाव 2.40 डॉलर प्रति बैरल यानी 3.89 फीसदी टूटा है। पिछले सप्ताह ब्रेंट क्रूड का नवंबर अनुबंध 64.28 डॉलर पर बंद हुआ था।
इसी महीने 14 सितंबर को सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको के तेल संयंत्रो पर ड्रोन से हुए हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में 16 सितंबर को अचानक तकबरीन 20 फीसदी का उछाल आया जो कि 28 साल बाद आई सबसे बड़ी एक दिनी तेजी थी। कथित तौर हमले की जिम्मेदारी यमन के हौती विद्रोहियों ने ली थी। अरामको पर हमले के बाद पेट्रोल के दाम में 2.37 रुपए, कोलकाता में 2.33 रुपए, मुंबई में 2.35 रुपए और चेन्नई में 2.50 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, डीजल इस हमले के बाद दिल्ली में 1.87 रुपए, कोलकाता में 1.88 रुपए, मुंबई में 1.99 रुपए और चेन्नई में दो रुपए लीटर महंगा हो गया है।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि पिछले दिनों खाड़ी क्षेत्र में फौजी तनाव बढ़ने की आशंकाओं से कच्चे तेल के भाव को सपोर्ट मिल रहा था, लेकिन हालिया घटनाक्रम के बाद तनाव कम होने की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरामको के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद तेल की आपूर्ति बाधित होने की आशंका भी दूर हुई है, जिससे आने वाले दिनों में तेल के भाव पर दबाव बना रहेगा।