नयी दिल्ली। बजट में पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगने के बाद लोगों को महंगाई का पहला झटका लगा है। देश में आज (शनिवार) से पेट्रोल 2.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल 2.30 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। बता दें कि शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान पेट्रोल और डीजल पर 2 रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी और रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस बढ़ाने का ऐलान किया था।
राजधानी दिल्ली मे शनिवार को बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल की कीमत 72.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। वहीं, डीजल की कीमत 66.69 रुपये प्रति लीटर हो गई है। मुंबई में पेट्रोल 78.57 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है तो कोलकाता में इसकी कीमत 75.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है। चेन्नई में पेट्रोल का दाम बढ़कर 75.46 रुपये हो गया है, वहीं डीजल का दाम आज 70.48 रुपये हो गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के शुक्रवार को बजट में वाहन ईंधनों पर उत्पाद शुल्क और सड़क एवं अवसंरचना उपकर में कुल मिला कर दो- दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इससे सरकार को 28,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल सरकार के लिए आय के सबसे बड़े स्रोतों में से एक होता है।
स्थानीय बिक्री कर या मूल्य वर्धित कर (वैट) को जोड़ने के बाद पेट्रोल में ढाई रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में 2.30 रुपये की वृद्धि की गई है। वित्त मंत्री ने कच्चे तेल पर भी एक रुपये प्रति टन का सीमा शुल्क या आयात शुल्क भी लगाया है। भारत 22 करोड़ टन से ज्यादा कच्चा तेल आयात करता है और नए शुल्क से सरकार को 22 करोड़ रुपये की अतिरिक्त प्राप्ति होगी। वर्तमान में, सरकार ने कच्चे तेल पर कोई सीमा शुल्क नहीं लगाया हुआ है और इसके आयात पर केवल राष्ट्रीय आपदा आकस्मिक शुल्क (एनसीसीडी) के रूप में सिर्फ 50 रुपये प्रति टन का शुल्क लगता है। इन सबके अलावा ईंधन पर वैट लगता है, जो कि अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है। दिल्ली में पेट्रोल पर 27 प्रतिशत और डीजल पर 16.75 प्रतिशत का शुल्क लगता है।