नई दिल्ली: सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने को लेकर कदम उठा रही है ताकि आम आदमी की परेशानियों को कम किया जा सके। देश में कई जगह पेट्रोल की कीमत 100 से ज्यादा पहुंच गई है। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को रिकॉर्ड उच्च पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि खुदरा दरों को उचित स्तर पर लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर एक तंत्र तैयार करना होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि यह बहुत ही विकट मुद्दा है। एक ऐसा मुद्दा जिसमें कोई भी कीमत (ईंधन का) को कम करने से मना नहीं करेगा।
पढ़ें- Paytm पर मिल रहा है 1000 रुपए का बड़ा कैशबैक, देखें ऑफर की पूरी जानकारी
पढ़ें- फरवरी में लॉन्च हुए धांसू स्मार्टफोन की लिस्ट, देखें एक से बढ़कर एक ऑप्शन
राहत के लिए मोदी सरकार ने उठाया कदम, ओपेक देशों से तेल उत्पादन में वृद्धि का किया आग्रह
अपने देशवासियों को महंगे ईंधन से राहत दिलाने के लिए दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश भारत ने बुधवार को सऊदी अरब और अन्य वैश्विक तेल उत्पादकों से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का स्तर कम करने की अपील की है। भारत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होने से आर्थिक पुनरुद्धार और मांग प्रभावित हो रही है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि अगले कुछ महीनों तक तेल कीमतों के बजाए मांग में पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सऊदी अरब के फरवरी और मार्च में स्वेच्छा से 10 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की घोषणा के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में तेजी आ रही है।
पढ़ें- स्मार्टफोन सस्ते में खरीदने का मौका, इस बड़ी कंपनी ने किया बड़े ऑफर का ऐलान
सऊदी अरब ने तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस समेत सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) के साथ समझौते के तहत यह कदम उठाया है। इससे तेल कीमत 63 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है, जो एक साल का उच्चतम स्तर है। इससे भारत में खुदरा मूल्य 100 रुपये लीटर से ऊपर निकल गया है। उन्होंने कहा कि भारत ने मुद्रास्फीति दबाव को कई मोर्चों पर काबू में किया है लेकिन कच्चे तेल के कारण उत्पन्न महंगाई पर वह कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि कीमत को लेकर संवेदशील भारतीय ग्राहक पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने से प्रभावित है। इससे मांग वृद्धि पर भी असर पड़ रहा है। इससे न केवल भारत में बल्कि दूसरे विकासशील देशों में नाजुक आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
पढ़ें- Hero Destini 125 और Honda Activa सस्ते में खरीदने का मौका, कंपनी ने किया बड़े ऑफर का ऐलान
पीएम मोदी ने भी कही ये बात
पेट्रोल के दाम 100 रुपये के ऊपर निकलने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले कहा था कि पिछली सरकारों ने देश के ऊर्जा आयात पर निर्भरता में कमी पर ध्यान दिया होता तो मध्यम वर्ग पर इतना बोझ नहीं बढ़ता। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या हमारे देश जैसा एक विविधतापूर्ण और प्रतिभावना देश ऊर्जा आयात पर इतना निर्भर रह सकता है?
पढ़ें- WagonR पर कंपनी ने किया बड़े डिस्काउंट का ऐलान, कम कीमत में खरीदें अपनी पसंदीदा कार
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के साथ स्वच्छ और हरित स्रोतों पर काम करने की हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मध्यम वर्ग पर पड़ रहे बोझ को लेलकर चिंतित है। इसीलिए भारत अब पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण पर जोर दे रही है। इससे किसानों के साथ-साथ ग्राहकों को भी लाभ होगा। सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो फिलहाल 8.5 प्रतिशत है।
पेट्रोल डीजल का पूरा गणित