नई दिल्ली: पेट्रोल डीजल की कीमत कम करने को लेकर बड़ी खबर है। सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सरकार काफी समय से तेल के दाम पर किसी तरह से काबू में आएं इस कोशिश में लगी हुई है। इसी दिशा में अपनी तेल कूटनीति को जारी रखते हुए, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को ओपेक किंगपिन सऊदी अरब को तेल की ऊंची कीमतों के बारे में भारत की चिंताओं से अवगत कराने के लिए फोन किया, जिसने ईंधन की दरों को रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचा दिया है। यूएई के अपने समकक्ष से बात करने के एक दिन बाद पुरी ने सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान अल सऊद से बात की। उन्होंने शनिवार को अपने कतरी समकक्ष से बात की थी।
हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा "सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार में एक केंद्रीय खिलाड़ी है। "मैंने वैश्विक तेल बाजारों में अधिक पूर्वानुमान और शांति लाने के लिए हिज रॉयल हाइनेस प्रिंस अब्दुलअज़ीज़ के साथ काम करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।" पुरी ने सऊदी मंत्री के साथ अपनी चर्चा को "वार्म और मैत्रीपूर्ण" बताया। उन्होंने कहा, "वैश्विक ऊर्जा बाजारों में द्विपक्षीय ऊर्जा साझेदारी और विकास को मजबूत करने पर चर्चा पर ध्यान केंद्रित किया गया।''
हरदीप सिंह पुरी ने आने वाले वर्षों में भारत की तेजी से बढ़ती ऊर्जा जरूरतों में सऊदी अरब की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और अधिक से अधिक दो-तरफा निवेश देखने के लिए खरीदार-विक्रेता से परे हमारी द्विपक्षीय रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी में विविधता लाने के लिए हिज रॉयल हाइनेस के साथ काम करने की मेरी प्रबल इच्छा पर प्रकाश डाला।
पेट्रोल 1 अप्रैल से 14 जुलाई के बीच हुआ 10 रुपये लीटर महंगा, पिछले साल 20 रुपये से ज्यादा बढ़े दाम
पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल द्वारा उपलब्ध कराए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में 1 अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2021 के दौरान पेट्रोल की खुदरा कीमत में 20.97 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। 1 अप्रैल, 2020 को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 69.59 रुपये प्रति लीटर थी, जो 31 मार्च 2021 को बढ़कर 90.65 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। इस तरह वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पेट्रोल की कीमत में 30.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमत में वृद्धि
ईंधन | 1 अप्रैल 2020 | 31 मार्च 2021 | वृद्धि (रुपये) | वृद्धि (प्रतिशत) |
पेट्रोल | 69.59 रुपये/लीटर | 90.65 रुपये/लीटर | 20.97 | 30.13 |
डीजल | 62.29 रुपये/लीटर | 80.87 रुपये/लीटर | 18.58 | 29.83 |
कीमत में बढ़ोतरी का यह सिलसिला यहीं नहीं रुकता है। यह वित्त वर्ष 2021-22 में भी निरंतर चालू है। चालू वित्त वर्ष के पहले साढ़े तीन महीनों के दौरान दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 10.63 रुपये प्रति लीटर बढ़ी है। एक अप्रैल, 2021 को यहां पेट्रोल की कीमत 90.65 रुपये प्रति लीटर थी, जो 14 जुलाई, 2021 को बढ़कर 101.19 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। इस दौरान पेट्रोल के दाम में 11.73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
डीजल की बात करें तो, वित्त वर्ष 2020-21 में डीजल की खुदरा कीमत में 18.58 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। एक अप्रैल, 2020 को दिल्ली में डीजल का भाव 62.29 रुपये प्रति लीटर था, जो 31 मार्च, 2021 को बढ़कर 80.87 रुपये प्रति लीटर हो गया। डीजल की कीमत में 29.83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
चालू वित्त वर्ष में, दिल्ल में डीजल की कीमतों में अबतक 8.85 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। एक अप्रैल, 2021 को डीजल का दाम 80.87 रुपये था, जो अब बढ़कर 89.72 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
वित्त वर्ष 2021-22 में पेट्रोल-डीजल में वृद्धि
ईंधन | 1 अप्रैल 2021 | 14 जुलाई 2021 | वृद्धि (रुपये) |
पेट्रोल | 90.65 रुपये/लीटर | 101.19 रुपये/लीटर | 10.63 |
डीजल | 80.87 रुपये/लीटर | 89.72 रुपये/लीटर | 8.85 |
राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ईंधन की कीमतों में वृद्धि सबसे ज्यादा हुई है। यहां पेट्रोल-डीजल पर स्थानीय कर देश में सबसे ज्यादा है। वित्त वर्ष 2020-21 में ईंधन की कीमतों में इतनी अधिक वृद्धि का कारण केवल केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर लगाया गया उच्च कर है। सरकार ने कोविड राहत उपायों के लिए अतिरिक्त धन जुटाने के लिए पिछले साल मई में पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है।