नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की वास्तविक कीमत इतनी कम है कि आप इसे देखकर शायद खुश हो जाएंगे। लेकिन इस वास्तविक कीमत पर एक्साइज ड्यूटी, वैट और डीजल कमीशन व ट्रांसपोर्टेशन लागत को जोड़कर जो खुदरा मूल्य सामने आता है, उसने इस समय जनता को ही नहीं बल्कि सरकारों को भी परेशान कर रखा है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने खुद यह बताया है कि दिल्ली में पेट्रोल की बेस कीमत 31.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल की बेस प्राइस 33.46 रुपये प्रति लीटर है। जबकि पेट्रोल की खुदरा कीमत दिल्ली में सोमवार को 90.58 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 80.97 रुपये है।
आइए देखते हैं बेस प्राइस और खुदरा प्राइस के बीच कितना अंतर है:
पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन स्थिर
पेट्रोल और डीजल के दाम में सोमवार को लगातार दूसरे दिन स्थिरता बनी रही। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव सोमवार को बिना किसी बदलाव के क्रमश: 90.58 रुपये, 91.78 रुपये, 97 रुपये और 92.59 रुपये प्रति लीटर बना रहा। डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 80.97 रुपये, 84.56 रुपये, 88.06 रुपये और 85.98 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बनी रही।
कच्चे तेल में आई तेजी
अमेरिका में कच्चे तेल की सप्लाई में सुधार की रफ्तार सुस्त होने के चलते दाम में फिर तेजी आई है। अमेरिका में ठंड बढ़ने के कारण तेल की आपूर्ति को लेकर चिंता पैदा हो गई थी, जिससे कीमतों में जोरदार उछाल आया था। जानकार बताते हैं कि वैश्विक बाजार में तेल के दाम बढ़ने से पेट्रोल और डीजल की महंगाई से राहत मिलने के आसार कम हैं।
भारत ने ओपेक देशों से तेल उत्पादन में वृद्धि का किया आग्रह
अपने देशवासियों को महंगे ईंधन से राहत दिलाने के लिए दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता देश भारत ने बुधवार को सऊदी अरब और अन्य वैश्विक तेल उत्पादकों से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का स्तर कम करने की अपील की है। भारत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होने से आर्थिक पुनरुद्धार और मांग प्रभावित हो रही है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि अगले कुछ महीनों तक तेल कीमतों के बजाए मांग में पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सऊदी अरब के फरवरी और मार्च में स्वेच्छा से 10 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की घोषणा के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में तेजी आ रही है।
पीएम मोदी ने भी कही ये बात
पेट्रोल के दाम 100 रुपये के ऊपर निकलने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने देश के ऊर्जा आयात पर निर्भरता में कमी पर ध्यान दिया होता तो मध्यम वर्ग पर इतना बोझ नहीं बढ़ता। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या हमारे देश जैसा एक विविधतापूर्ण और प्रतिभावना देश ऊर्जा आयात पर इतना निर्भर रह सकता है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के साथ स्वच्छ और हरित स्रोतों पर काम करने की हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मध्यम वर्ग पर पड़ रहे बोझ को लेलकर चिंतित है। इसीलिए भारत अब पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण पर जोर दे रही है। इससे किसानों के साथ-साथ ग्राहकों को भी लाभ होगा। सरकार ने 2025 तक पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो फिलहाल 8.5 प्रतिशत है।
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