नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी और भारतीय करेंसी रुपए पर लगातार दबाव की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका बढ़ गई है। देश में डीजल के दाम पहले ही रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं और पेट्रोल का भाव भी करीब 4 साल के ऊपरी स्तर के करीब है, ऐसे में दाम और बढ़ते हैं तो उपभोक्तों की जेब पर और भी खराब असर पड़ेगा।
71 डॉलर के पार कच्चा तेल
दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है, मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतों ने 71.32 डॉलर प्रति बैरल के ऊपरी स्तर को छुआ है जो करीब 40 महीने यानि दिसंबर 2014 के बाद सबसे अधिक भाव है। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का दाम 71 डॉलर के करीब बना हुआ है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की बढ़ेगी लागत
देश में पेट्रोल और डीजल को तैयार करने के लिए जिस कच्चे तेल का इस्तेमाल होता है वह अधिकतर विदेशों से आयात करना पड़ता है, ऐसे में विदेशी बाजार में अगर दाम ज्यादा होंगे तो भारत में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को कच्चा तेल आयात करने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे और वह इस बोझ को पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर ग्राहकों पर डाल सकती हैं।
कमजोर रुपए से भी तेल कंपनियों पर दबाव
भारतीय करेंसी रुपया भी दबाव में है, लंबे समय से डॉलर का भाव 65 रुपए के करीब बना हुआ है, तेल कंपनियों को विदेशों से तेल का आयात करने के लिए उसका अधिकतर भुगतान डॉलर में करना होता है, अब डॉलर क्योंकि महंगा है ऐसे में उसपर ज्यादा रुपए खर्च होंगे और ऐसे में तेल कंपनियों को भी कच्चा तेल खरीदने के लिए ज्यादा रुपए खर्च करने पड़ेंगे और वह इसका भार भी ग्राहकों पर डाल सकती हैं।
आज ऐसा है पेट्रोल और डीजल का भाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतें पहले ही सातवें आसमान पर हैं, बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल का दाम 73.98 रुपए, कोलकाता में 76.69 रुपए, मुंबई में 81.83 रुपए और चेन्नई में 76.75 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है। डीजल की बात करें तो बुधवार को दिल्ली में इसका दाम 64.96 रुपए, कोलकाता में 67.65 रुपए, मुंबई में 69.17 रुपए और चेन्नई में 68.53 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है। हैदराबाद, रायपुर और त्रिवेंद्रम में तो डीजल का दाम 70 रुपए प्रति लीटर के ऊपर चल रहा है।