नयी दिल्ली। जीएसटी अधिकारियों ने फरीदाबाद स्थित एफ2सी वेलनेस प्राइवेट लि. के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया है। उन पर अवैध तरीके से फर्जी बिल जारी कर 10 करोड़ रुपये से अधिक का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लेने का आरोप है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी। मामले में अब तक की जांच के अनुसार कंपनी ने गौतम बुद्ध नगर स्थित मेसर्स विशाल एंटरप्राइजेज से सीमेंट की खरीद दिखायी जबकि इस नाम की इकाई है ही नहीं। इसके लिये उसने फर्जी बिल का उपयोग किया जबकि वस्तु की आपूर्ति नहीं हुई थी।
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मंत्रालय के अनुसार इस तरीके से फरीदाबाद के मेसर्स एफ2सी वेलनेस प्राइवेट लि. ने धोखाधड़ी कर 10.33 करोड़ रुपये के इनपुट टेक्स क्रेडिट का लाभ लिया। बयान में कहा गया है, ‘‘हरियाणा के फरीदाबाद के सीजीएसटी (केंद्रीय माल एवं सेवा कर) आयुक्त कार्यालय ने मेसर्स एफ2सी वेलनेस प्राइवेट लि. के दो निदेशकों पारस अरोड़ा और देवपाल सोनी को बिना सामान की आपूर्ति के फर्जी बिल जारी कर गलत तरीके से आईटीसी का लाभ लेने और देने को लेकर गिरफ्तार किया है।
उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।’’ मामले में कंपनी ने कुल 10.33 करोड़ रुपये की आईटीसी धोखाधड़ी की है। मामले में आगे की जांच जारी है।
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