नई दिल्ली। खाद्य और पेय क्षेत्र की प्रमुख कंपनी पेप्सिको ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण थोड़े समय के लिए कुछ बाधाएं आ सकती हैं, लेकिन वह भारतीय बाजार के भविष्य को लेकर अत्यधिक आशावादी है। पोप्सिको इंडिया के अध्यक्ष अहमद अलशेख ने कहा कि कंपनी बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश स्थित अपने नए स्नैक्स संयंत्र में निवेश बढ़ाकर 814 करोड़ रुपये कर रही है। कंपनी भारत में अपने स्नैक्स व्यवसाय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है और पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र स्थित खाद्य संयंत्रों की क्षमता भी बढ़ा रही है। इसके अलावा असम में एक संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव है। अलशेख ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कोविड-19 के कारण कुछ अल्पकालिक बाधाएं आई हैं, लेकिन पेप्सिको भारत में कारोबार के भविष्य को लेकर बेहद आशावादी हैं और उपभोक्ताओं को खाद्य तथा पेय पदार्थों की पूरी श्रृंखला मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत में अपने स्नैक्स कारोबार को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने उत्तर प्रदेश में अपने नए ग्रीनफील्ड स्नैक्स संयंत्र में अपना निवेश 500 करोड़ रुपये से बढ़ाकर लगभग 814 करोड़ रुपये कर दिया है, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 1,500 नौकरी पैदा हुई हैं।’’उन्होंने कहा कि भारत में खपत बढ़नी तो अभी शुरू हुई है और रिपोर्ट के अनुसार भारत 2025 तक तीसरा सबसे बड़ा खपत बाजार होगा। उन्होंने त्योहारी सीजन में स्नैक्स, जूस और अन्य पेय की मांग बढ़ने की उम्मीद जताई। कोरोना संकट की वजह से जिन सेक्टर को सबसे ज्यादा मार पड़ी है उसमें खाद्य और पेय क्षेत्र भी शामिल है। गर्मियों की छुट्टियों के दौरान कोल्ड ड्रिंक और स्नैक्स की मांग में तेज उछाल देखने को मिलता है, हालांकि इस दौरान लॉकडाउन और महामारी की वजह से बिक्री पर बुरा असर पड़ा। फिलहाल पेप्सिकों ने संकेत दिए हैं कि बिक्री एक बार फिर पटरी पर लौट रही है और आने वाले त्योहारी सीजन में बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।