नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पर्ल्स ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक निर्मल सिंह भंगू तथा तीन अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी पर 5.5 करोड़ लोगों से 45,000 करोड़ रुपए ठगने का आरोप है। पीजीएफ लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक तथा पर्ल्स ऑस्ट्रेलेशिया पीटीवाई लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन भंगू के अलावा पीएसीएल के प्रबंध निदेशक व प्रवर्तक निदेशक सुखदेव सिंह, कार्यकारी निदेशक (वित्त) गुरमीत सिंह और पीजीएफ-पीएसीएल पोंजी योजना मामले के कार्यकारी निदेशक सुब्रत भट्टाचार्य को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को दिल्ली कोर्ट ने इन चारों को 10 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।
सीबीआई के प्रेस सूचना अधिकारी आरके गौड़ ने यह जानकारी देते हुए कहा कि चारों कार्यकारियों को एजेंसी के मुख्यालय पर गहन पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने बिना तालमेल वाले जवाब देने शुरू किए और साथ ही सहयोग करना भी बंद कर दिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला देशभर में 5.5 करोड़ निवेशकों से करीब 45,000 करोड़ रुपए जुटाने का है। गौड़ ने बताया कि इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) तथा 420 (धोखाधड़ी) की धाराओं के तहत मामला दायर किया गया है। निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर उनसे धन जुटाया गया था।
सीबीआई ने 19 फरवरी, 2014 को पर्ल्स के 60 वर्षीय संस्थापक निर्मल सिंह भंगू पर देश के सबसे बड़े चिटफंड घोटाले को चलाने की आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। करीब दो साल बाद अब उसे सीबीआई गिरफ्तार करने में सफल हुई है।