नई दिल्ली। रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी (पीई) निवेश 2020 में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत घटकर 4.06 अरब डॉलर रह गया। नाइट फ्रैंक इंडिया ने यह जानकारी दी है। कोरोना वायरस महामारी के बीच रियल्टी क्षेत्र में पीई निवेश में गिरावट आई है। इससे पिछले साल यानी 2019 में रियल एस्टेट क्षेत्र में पीई निवेश 6.8 अरब डॉलर रहा था। नाइट फ्रैंक ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा, ‘‘कैलेंडर वर्ष 2020 में देश में कुल 38.14 अरब डॉलर का पीई निवेश आया है। इसमें रियल एस्टेट क्षेत्र का हिस्सा 11 प्रतिशत रहा है। रियल एस्टेट क्षेत्र में 21 सौदों में 4.06 अरब डॉलर का पीई निवेश आया है। आंकड़ों के अनुसार कार्यालय संपत्तियों में निवेश घटकर 2.50 अरब डॉलर रह गया, जो 2019 में 3.25 अरब डॉलर था।
रीटेल रियल एस्टेट क्षेत्र में पीई निवेश 92.2 करोड़ डॉलर से घटकर 22 करोड़ डॉलर रह गया। इसी तरह वेयरहाउसिंग सेक्टर में पीई निवेश 189.5 करोड़ डॉलर से घटकर 97.1 करोड़ डॉलर रह गया। आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र में पीई निवेश का प्रवाह 2020 में घटकर 36.8 करोड़ डॉलर रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 71.7 करोड़ डॉलर था।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘कुल पीई निवेश घटने के बावजूद किराया देने वाली कार्यालय संपत्तियों के प्रति निवेशकों का आकर्षण बना हुआ है। हमारा मानना है कि महामारी से निपटने को लेकर स्थिति और साफ होने और संरचनात्मक बदलावों से 2021 में सौदों में बढ़ोतरी होगी।’’
कोरोना संकट से पहले से ही दबाव में काम कर रहे रियल्टी सेक्टर की मुश्किलें और बढ़ गई है। लोगों की आय पर असर पड़ने से प्रॉपर्टी के मांग पर बुरा असर देखने को मिला है। इसके साथ ही आर्थिक अनिश्चितता से कारोबारी सेंटीमेंट्स पर भी नकारात्म असर है जिससे निवेश में गिरावट देखने को मिली है।