नई दिल्ली। भारत में निजी इक्विटी निवेश इस साल अक्टूबर तक बढ़कर 14 अरब डॉलर पर पहुंच गया, हालांकि सौदे का औसत आकार छोटा हुआ है। यह जानकारी ग्रांट थॉर्नटन की एक रिपोर्ट में दी गई है। फर्म की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-अक्टूबर के दौरान 13.83 अरब डॉलर मूल्य के 863 निजी इक्विटी सौदे हुए, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 10 अरब डाॅलर मूल्य के 497 सौदे हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में पीई सौदों में तेजी देखने को मिलेगी। भारतीय बाजारों के प्रति निवेशकों का नजरिया बुलिश है।
ग्रांट थाॅर्नटन के इंडिया पार्टनर प्रशांत मेहरा के मुताबिक पीई इन्वेस्टमेंट में एनर्जी व प्राकृतिक संसाधन और बैंकिंग व वित्तीय सेवा क्षेत्र में कुल निवेश की 45 फीसदी हिस्सेदारी है।
सेक्टर के लिहाज से बात करें तो सबसे ज्यादा पीई सौदे आईटी व इससे जुड़ी सेवाओं, एनर्जी व प्राकृतिक संसाधन, विनिर्माण, बैंकिंग व वित्तीय सेवा, दूरसंचार और फार्मा जैसे क्षेत्रों में हुए हैं। इस बीच, अक्टूबर में निजी इक्विटी सौदे निवेश की मात्रा के लिहाज से 73 फीसदी बढ़े हैं, जबकि मूल्य के लिहाज से इसमें 40 फीसदी की गिरावट आई है।