नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक का औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक पी. विजय भास्कर, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के अंतरिम सीईओ दिलीप आस्बे, पेटीएम के संस्थापक व सीईओ विजय शेखर शर्मा व पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के एमडी व सीईओ रेणु सत्ती मौजूद थे।
शर्मा ने कहा, भारत वित्तीय क्रांति के सिरे पर खड़ा है। यह लोकतंत्र और वित्तीय सेवाओं की उपलब्धता देश में हजारों नौकरियों का निर्माण करेंगी और पेटीएम इस वित्तीय सेवाओं की क्रांति का हिस्सा बनकर काफी गौरवान्वित है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लंबे समय तक भारी मात्रा में नौकरियां पैदा करने की दिशा में काम करेगा।
सत्ती ने कहा, पेटीएम पेमेंट्स बैंक भारत का सबसे बड़ा मोबाइल प्रमुख, तकनीकी चालिक बैंक है। देश के हर कोने में पहुंचने की विशेषज्ञता से, हम सेवाओं से वंचित और न्यूनतम सेवाएं पानी वाली आबादी को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में लाने में सक्षम होंगे। हम आमजन को सबसे पारदर्शी, सुरक्षित और विश्वसनीय बैंकिंग प्रस्तुत करने की ओर समर्पित हैं।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक ऑनलाइन लेन-देन पर शून्य शुल्क और शून्य न्यूनतम बैलेंस वाला भारत का पहला असली मोबाइल प्रमुख बैंक है। इस बैंक को देश में वित्तीय समावेश हासिल करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है और यह आधा अरब भारतीयों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में लाने के पेटीएम के मिशन का हिस्सा है।
पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पिछले दो साल और अगले तीन साल के दौरान हम 18,000 से 20,000 करोड़ रुपए का निवेश कर चुके होंगे। हम इस समय मुनाफे की बात नहीं कर रहे हैं क्योंकि अभी भी हम निवेश के दौर में ही हैं। पेटीएम के 28 करोड़ पंजीकृत उपयोक्ता हैं, जिसमें से एक करोड़ 80 लाख पेटीएम की वॉलेट सेवा का इस्तेमाल करते हैं। पेटीएम मोबाइल वॉलेट, रिचार्ज और बिल भुगतान सेवा, ई-कॉमर्स (पेटीएम मॉल) और टिकटिंग सेवाएं चलाती है।
शर्मा ने कहा कि पेटीएम के भुगतान निपटान मंच पर सालाना 80,000 करोड़ रुपए के करीब 250 करोड़ लेनदेन किए जाते हैं। हमारी उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक यह बढ़कर एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी। हमारे प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले कारोबारियों की संख्या कुछ ही महीने में 60 लाख तक पहुंच जाएगी।