नई दिल्ली। Paytm पेमेंट्स बैंक ने शुक्रवार को बताया कि उसने देश में उपभोक्ताओं को ठगने के लिए स्कैम कॉल करने वाले 3500 फोन नंबर की एक लिस्ट गृह मंत्रालय, ट्राई और सीईआरटी-इन को सौंपी है। पेटीएम ने यह भी दावा किया है कि उसने इन लोगों के खिलाफ साइबर सेल में एक एफआईआर भी दर्ज करवाई है, ताकि इस स्कैम को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई हो सके।
ट्राई, गृह मंत्रालय और सीईआरटी-इन के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकों में पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने विभिन्न फिशिंग और धोखाधड़ी करने वाले मोबाइल फोन एसएमएस और कॉल स्कैम के बारे में विस्तार से बताया, जो डिजिटल भुगतान यूजर्स को नुकसान पहुंचाते हैं। प्राधिकरणों के साथ परिचर्चा में पेटीएम ने यह बताया कि ये धोखेबाज करोड़ों भारतीयों का विश्वास तोड़ रहे हैं।
कंपनी ने बताया कि पेटीएम पेंमेंट्स बैंक (पीपीबी) जैसे बैंक धोखाधड़ी करने वाले फोन नंबर्स की पहचान कर सकते हैं और भविष्य में होने वाली धोखाधड़ी को रोकने में मदद कर सकते हैं। पीपीबी ने 3500 फोन नंबर की एक लिस्ट ट्राई, गृह मंत्रालय और सीईआरटी-इन को सौंपी है, जो सक्रिय रूप से एसएमएस और कॉल स्कैम में शामिल हैं।
डिजिटल पेमेंट्स यूजर्स की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पीपीबी ने इन अपराधियों के खिलाफ साइबर सेल में एक एफआईआर भी दर्ज करवाई है। पीपीबी के एमडी और सीईओ सतीश गुप्ता ने कहा कि हमें बहुत प्रसन्नता है कि ट्राई और गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अपनी रुचि दिखाई। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हम अधिक से अधिक धोखाधड़ी वाले नंबरों को ब्लॉक करें और हम अपनी एप की सुरक्ष्ज्ञा के लिए ऐसा निरंतर करते रहेंगे।