Highlights
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 1950 रुपये और बीएसई पर 1955 रुपये पर लिस्ट हुआ।
- प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को निवेशकों की ओर से ठंडी प्रतिक्रिया मिली थी।
- वन 97 कम्यूनिकेशंस को मार्च, 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 1701 करोड़ रुपये का संचयी घाटा हुआ है।
नई दिल्ली। पेटीएम (Paytm) की ऑपरेटर कंपनी वन 97 कम्यूनिकेशंस (One 97 Communications) की शेयर बाजारों में लिस्टिंग निराशाजनक रही। 18 नवंबर को इसके शेयर अपने इश्यू प्राइस से 9 प्रतिशत डिस्काउंट पर लिस्ट हुए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 1950 रुपये पर लिस्ट हुआ, वहीं बीएसई पर इसका शेयर 1955 रुपये पर लिस्ट हुआ।
प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को निवेशकों की ओर से ठंडी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी और इसको केवल 1.89 गुना अभिदान ही मिला था। पेटीएम के आईपीओ को पात्र संस्थागत निवेशकों का ही अच्छा समर्थन मिला, इसमें 2.79 गुना अभिदान मिला था। रिटेल निवेशकों की ओर से पेटीएम के आईपीओ को 1.66 गुना अभिदान मिला, लेकिन गैर-संस्थागत निवेशकों ने अपने लिए आरक्षित हिस्से के लिए केवल 24 प्रतिशत अभिदान दिया।
पेटीएम ने 18,300 करोड़ रुपये जुटाने के लिए भारत में सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम को पेश किया था। इसमें कंपनी ने 8300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए और 10,000 करोड़ रुपये के शेयरों को बिक्री पेशकश के लिए रखा था। आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल पेटीएम के ईकोसिस्टम को मजबूत बनाने और नए कारोबार में निवेश, अधिग्रहण एवं रणनीतिक भागीदारी के लिए किया जाएगा।
स्वास्तिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि भारत में अब तक के सबसे बड़े आईपीओ रहे पेटीएम की शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत हुई। हमने इसके भाव निर्गम मूल्य पर रहने की उम्मीद की थी। बहरहाल आईपीओ में मिले जोरदार समर्थन की वजह से बीएसई में कमजोर शुरुआत के बावजूद पेटीएम का बाजार मूल्यांकन 1,26 लाख करोड़ रुपये से अधिक आंका गया।
वन 97 कम्यूनिकेशंस को मार्च, 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 1701 करोड़ रुपये का संचयी घाटा हुआ है, इससे पूर्व वित्त वर्ष में कंपनी को 2942.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वित्त वर्ष 2018-19 में वन 97 कम्यूनिकेशंस को 4230.9 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था। तिमाही आधार पर, वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कंपनी को 381.9 करोड़ रुपये का संचयी नुकसान हुआ है। हालांकि इस दौरान कंपनी का राजस्व बढ़कर 948 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 649.4 करोड़ रुपये था।
सैफायर फूड्स का शेयर 14 प्रतिशत प्रीमियम पर हुआ लिस्ट
केएफसी और पिज्जा हट आउटलेट्स का परिचालन करने वाली सैफायर फूड्स इंडिया की गुरुवार को शेयर बाजारों में लिस्टिंग अच्छी हुई। कंपनी का शेयर अपने इश्यू प्राइस 1180 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले 14 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्ट हुआ। बीएसई पर कंपनी का शेयर 1311 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो अपने इश्यू प्राइस से 11.10 प्रतिशत अधिक है। इसके बाद यह 17.25 प्रतिशत उछलकर 1383.60 रुपये पर पहुंच गया। एनएसई पर कंपनी का शेयर 14.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 1350 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
सैफायर फूड्स इंडिया के आईपीओ को 6.62 गुना अभिदान मिला था। 2073 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 1120-1180 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। 31 मार्च, 2021 के मुताबिक सैफायर फूड्स के पास भारत और मालदीव में 204 केएफसी रेस्टॉरेंट्स और भारत, श्रीलंका एवं मालदीव में 231 पिज्जा हट रेस्टारेंट्स हैं।
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