नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान से जुड़ी कंपनी पेटीएम ने कोरोना वायरस की दवा विकसित करने के लिए भारतीय शोधकर्ताओं को पांच करोड़ रुपये देने की बात कही है। पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने रविवार को ट्वीट किया, कि देश को अधिक संख्या में भारतीय शोधकर्ताओं की जरूरत है जो वेंटिलेटर की कमी और कोविड के इलाज के लिए देशी समाधान खोज सकें। पेटीएम संबंधित चिकित्सा समाधानों पर काम करने वाले ऐसे दलों को पांच करोड़ रुपये देगा।
उन्होंने आईआईएससी के प्राध्यापक गौरव बनर्जी के एक संदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। बनर्जी ने अपने संदेश में किसी आपातकालीन स्थिति में देशी तकनीक का इस्तेमाल कर वेंटिलेटर बनाने की बात कही थी। बनर्जी ने अपने संदेश में कहा है कि उनकी एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियर्स की एक छोटी टीम भारतीय सामग्री का इस्तेमाल करते हुये एक वेंटीलेटर नमूना तैयार करने का प्रयास कर रही है। यह काम कोविद- 19 के दौरान आपात स्थिति को देखते हुये किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने ट्विटर में सीधे संदेश भेजने का विकल्प खुला रखा है। इसमें संभावित टीम और नवीन खोज करने वालों की सूचना प्राप्त की जा सकती है।