नई दिल्ली। डिजिटल वित्तीय सेवा कंपनी Paytm ने शुक्रवार को कहा कि 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान उसकी आय बढ़कर 3,629 करोड़ रुपए हो गई। कंपनी ने बताया कि इस दौरान वर्ष-दर-वर्ष आधार पर उसके घाटे में 40 प्रतिशत की कमी आई है। पेटीएम ने एक बयान में कहा कि हम अपने मर्चेंट पार्टनर्स के लिए डिजिटल सेवाओं के निर्माण में भारी निवेश कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि वित्तीय सेवाओं और बिक्री उपकरणों से लेनदेन में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई और खर्च में कमी के कारण पिछले साल की तुलना में घाटा 40 प्रतिशत कम हुआ है। पेटीएम के अध्यक्ष मधुर देवड़ा ने कहा कि कंपनी को 2022 तक मुनाफे में लाने का लक्ष्य है।
कंपनी ने कहा कि उसने छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई), किराने की दुकानों आदि की मांग को देखते हुए एंड्रॉइड आधारित प्वॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) उपकरणों की 2 लाख इकाईयां बेची हैं।
पेटीएम के पास 1.7 करोड़ रजिस्टर्ड मर्चेंट पार्टनर्स हैं, जो पेटीएम फॉर बिजनेस एप, साउंडबॉक्स, बिजनेस खाता, पेआउट सर्विस आदि जैसे मर्चेंट केंद्रित उत्पादों की पेशकश के साथ फायदा उठा रहे हैं। इन उत्पादों ने भारत में एसएमई के कारोबार करने के तरीके में भी बदलावा लाया है।
पेटीएम ने कहा कि वह महामारी के दौरान भी नए कौशल को नियुक्त करने में भारी निवेश कर रही है और वह 1000 से अधिक इंजीनियर्स, डाटा साइंटिस्ट, फाइनांशियल एनालिस्ट आदि की नियुक्ति प्रक्रिया से गुजर रही है।