मुंबई। भारतीय स्टेट बैंक की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि लघु एवं भुगतान बैंकों ने अभी तक ऐसा कोई कारोबारी मॉडल तैयार नहीं किया है जिसे व्यावहारिक कहा जा सके। एसबीआई ने भुगतान बैंक उपक्रम के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ गठजोड़ किया है। भट्टाचार्य ने कहा कि न तो लघु वित्त बैंकों और न ही भुगतान बैंकों ने ऐसा मॉडल तैयार किया है, जो व्यावहारिक हो।
एसबीआई को पेमेंट बैंक के मॉडल पर संदेह
उद्योग जगत की लॉबी आईएमसी द्वारा आयोजित एक बैंकिंग संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एसबीआई प्रमुख ने भुगतान बैंकों पर सवाल उठाए हैं। यह तीसरा मौका है जबकि एसबीआई बैंक प्रमुख ने भुगतान बैंक मॉडल पर संदेह जताया है। पेमेंट बैंक यानी ऐसे बैंक जो कर्ज नहीं दे सकते, आप उनमें सिर्फ पैसे जमा कर सकते हैं, ज्यादा से ज्यादा एक लाख रुपए तक। ये ऐसे बैंक होंगे जिनमें आपका खाता पेमेंट करने के काम आता है। इसके लिए इसके लिए आपको कैश लेने की जरूरत नहीं होती है।
कुछ विदेशी शाखाओं को बंद कर सकता है एसबीआई
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन की व्यापक समीक्षा के बाद कुछ कम आकर्षक विदेशी शाखाओं को बंद कर सकता है। एसबीआई के प्रबंध निदेशक (कॉरपोरेट बैंकिंग) बी श्रीराम ने कहा, हम सालाना आधार पर अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन की समीक्षा करते हैं। लेकिन इस बार हम अपने विदेशी परिचालन की मध्यम से दीर्घावधि की रणनीतिक समीक्षा कर रहे हैं। श्रीराम ने कहा कि यह समीक्षा अगले दो महीने में पूरी हो जाएगी और बोर्ड के समक्ष इसकी रिपोर्ट रखी जाएगी। समीक्षा के बाद बैंक अपनी उन विदेशी शाखाओं को बंद कर सकता है जिनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा है।