नई दिल्ली। सरकार विनिवेश दस्तावेज का परिशिष्ट जारी कर जल्दी ही पवनहंस की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के लिए नई निविदाएं मंगाएगी। अब इसके लिए विनिवेश संबंधी दस्तावेज में एक परिशिष्ट जोड़ी जाएगी क्योंकि सरकारी कंपनी ओएनजीसी भी अब इस हेलीकॉप्टर सेवा परिचाक कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने को तैयार हो गयी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पवनहंस सरकार और ओएनजीसी का संयुक्त उपक्रम है। इसमें सरकार की 51 प्रतिशत और ओएनजीसी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसके पास 46 हेलीकॉप्टरों का बेड़ा है। सरकार ने 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के संबंध में 13 अप्रैल को निविदाएं मंगायी थी और पांच-छह निविदाएं मिली थी।
ओएनजीसी ने सरकार को दो जुलाई को बताया कि उसका निदेशक मंडल सरकार के साथ पवनहंस में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर सहमत हो गया है। अधिकारी ने इसकी पृष्ठभूमि में कहा कि मौजूदा विनिवेश दस्तावेज के साथ ही एक परिशिष्ट जल्दी ही जारी की जाएगी जिसमें पवनहंस की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए निविदाएं मंगाई जाएंगी।