नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने विश्वास जताया कि उर्जित पटेल रिजर्व बैंक गवर्नर के तौर पर भारत के आर्थिक विकास में बेहतर योगदान करेंगे। जेटली ने ट्वीट कर पटेल को बधाई दी। पटेल अभी आरबीआई के डिप्टी गवर्नर हैं। उन्होंने ट्वीट किया, मुझे विश्वास है कि वह रिजर्व बैंक का सफलतापूर्वक नेतृत्व करेंगे और भारत के आर्थिक विकास में योगदान करेंगे।
रघुराम राजन का कार्यकाल खत्म होने से पहले उर्जित पटेल बने नए RBI गवर्नर, 4 सितंबर से संभालेंगे कार्यभार
पटेल को आरबीआई का 24वां गवर्नर नियुक्त किया गया है। चार सितंबर को मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन के पद छोड़ने के बाद वह गवर्नर का पदभार ग्रहण करेंगे। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने भी पटेल को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। भारतीय स्टेट बैक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि पटेल मौद्रिक नीति रूपरेखा को संस्थागत रूप देने के काम में शामिल रहे हैं रिजर्व बैंक गवर्नर के तौर पर उनकी नियुक्ति से नीतियों में निरंतरता का संकेत मिलता है।
आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक एवं सीईओ चंदा कोचर ने कहा, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के तौर पर पटेल ने नए मौद्रिक नीति ढांचे को विकसित करने में अहम् भूमिका निभाई है। इस ढांचे का मकसद मुद्रास्फीति पर नियंत्रण और मुद्रा में स्थिरता रखना है। उनकी नियुक्ति से मौद्रिक नीति में निरंतरता सुनिश्चित होगी।
उर्जित पटेल का ये है परिचय
- भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल इस केंद्रीय बैंक के 24वें गवर्नर होंगे।
- पटेल की उम्र 52 वर्ष है। उन्हें 11 जनवरी 2013 को रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था और इस साल जनवरी में उन्हें सेवाविस्तार दिया गया।
- आरबीआई में डिप्टी गवर्नर नियुक्त होने से पहले पटेल दि बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में सलाहकार (ऊर्जा एवं बुनियादी ढांचा) थे।
- उन्होंने 1990 में येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की और 1986 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड से एम.फिल किया।
- वह 2009 से द ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन में एक अनिवासी वरिष्ठ फैलो रहे हैं।
- पटेल ने 1990 से 1995 के बीच आईएमएफ में अमेरिका, भारत, बहमास और म्यांमार डेस्क पर काम किया।
- वह 1996-1997 तक आईएमएफ से रिजर्व बैंक में प्रतिनियुक्त पर रहे।
- इस दौरान उन्होंने रिण बाजार के विकास, बैंकिंग क्षेत्र के सुधार, पेंशन कोष सुधार, वास्तविक विनिमय दर लक्ष्य और विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार के विकास पर सलाह दी।
- वर्ष 1998 से 2001 के बीच वह वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में एक सलाहकार रहे।
- इसके अलावा वह रिलायंस इंडस्ट्री में अध्यक्ष (कारोबार विकास), आईडीएफसी में कार्यकारी निदेशक एवं प्रबंधकीय समिति के सदस्य, एकीकृत ऊर्जा नीति समिति के सदस्य और गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम लिमिटेड में निदेशक मंडल के सदस्य भी रहे।
- वर्ष 2000 से 2004 के बीच पटेल ने कई उच्च स्तरीय राज्य एवं केंद्रीय समितियों में कार्य किया।
- पटेल ने कई तकनीकी प्रकाशन, दस्तावेज और भारतीय वृहद अर्थव्यवस्था पर टिप्पणियां भी लिखी हैं।