नई दिल्ली। बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए स्पॉन्सरशिप हासिल करने के लिए बोली लगाने पर विचार कर रही है। आईपीएल के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप हाल ही में चीनी फोन कंपनी वीवो से वापस ली गई है। चीन का पूरे देश में विरोध होने के कारण बीसीसीआई ने वीवो से आईपीएल 2020 की टाइटल स्पॉन्सरशिप वापस ली है। आईपीएल में स्पॉन्सरशिप के साथ हरिद्वार की पतंजलि को एक वैश्विक प्लेटफॉर्म मिलेगा, क्योंकि पतंजलि अपने आयुर्वेदिक एफएमसीजी उत्पादों को निर्यात करने की योजना बना रही है।
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि हम आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए बोली में भाग लेने पर विचार कर रहे हैं। यह वोकल फॉर लोकल और एक भारतीय ब्रांड को वैश्विक बनाने के लिए एकदम सही प्लेटफॉर्म है। हम इस पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, तिजारावाला ने यह कहा कि कंपनी ने अभी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है।
तिजारावाला के मुताबिक बीसीसीआई ने सोमवार को बोली के लिए निर्देश जारी किए और 14 अगस्त तक प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। पिछले हफ्ते बीसीसीआई और वीवो ने 2020 आईपीएल के लिए अपनी पार्टनरशिप को खत्म करने का निर्णय लिया। आईपीएल 2020 19 सितंबर से यूएई में शुरू हो रहा है। लद्दाख में चीन-भारत के बीच सीमा विवाद के बाद देश में चीनी कंपनियों और वस्तुओं का विरोध हो रहा है।
टाइटल स्पॉन्सरशिप आईपीएल के कमर्शियल रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वीवो ने 2018 में 2190 करोड़ रुपए में पांच साल के लिए आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप को हासिल किया था। पतंजलि आयुर्वेद ग्रुप का अनुमानित टर्नओवर 10,500 करोड़ रुपए है। कंपनी ने हाल ही में रुचि सोया का अधिग्रहण 4350 करोड़ रुपए में किया है। वित्त वर्ष 2018-19 में पतंजलि आयुर्वेद का राजस्व 8329 करोड़ रुपए था।