नई दिल्ली। हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2019-20 में 21.56 प्रतिशत बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये रहा। कारोबारी जानकारी देने वाले मंच टॉफलर ने यह जानकारी दी। टॉफलर के मुताबिक कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में 349.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। टॉफलर ने जानकारी दी कि 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में पतंजलि आयुर्वेद की परिचालन आय 9,022.71 करोड़ रुपये, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 8,522.68 करोड़ रुपये के मुकाबले 5.86 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की कुल आय 9,087.91 करोड़ रुपये थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 8,541.57 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में पतंजलि आयुर्वेद का कुल व्यय 5.34 प्रतिशत बढ़कर 8,521.44 करोड़ रुपये रहा। योग गुरु रामदेव द्वारा प्रवर्तित इस संगठन का कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 2019-20 में 25.12 प्रतिशत बढ़कर 566.47 करोड़ रुपये था। आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले की समान अवधि में यह 452.72 करोड़ रुपये था।
इन परिणामों पर टिप्पणी करते हुए स्वामी रामदेव ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘बीता वित्त वर्ष हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था, जिसमें हमने रुचि सोया का अधिग्रहण किया। वित्तीय चुनौतियों के बावजूद हमने निर्बाध रूप से काम किया।’’ बाबा रामदेव के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान भी कंपनी ने जरूरी सामानों की आपूर्ति बनाए रखी, और अपने खास डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की मदद से बेहद तेजी के साथ सामान्य कामकाज पर वापस आ गई। कंपनी की भविष्य की संभावनाएं पर उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी के कारोबार में ‘‘अभूतपूर्व बढ़ोतरी’’ होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले वित्त वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष में अधिक वृद्धि और कारोबार हासिल करेंगे।’’