नई दिल्ली। बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि आयुर्वेद ने कारोबारी ग्रोथ के मामले में ही नहीं बल्की टीवी विज्ञापन के मामले में भी बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। 23 से 29 जनवरी के दौरान टीवी पर विज्ञापन दिखाने के मामले में पतंजलि आयुर्वेद सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनकर उभरी है। इस मामले में इसने कैडबरी, पारले, पॉन्ड्स और हॉर्लिक्स जैसे ब्रांड को भी पीछे छोड़ दिया है।
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 23 से 29 जनवरी के बीच पंतजलि प्रोडक्ट्स के विज्ञापन टीवी पर 17,000 से अधिक बार दिखाए गए, जबकि कैडबरी ब्रांड के विज्ञापन सिर्फ 16,000 बार ही दिखाए गए। यह विज्ञापन राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों टीवी चैनलों पर प्रसारित किए गए। बार्क ने 450 चैनलों की मॉनिटरिंग के बाद यह आंकड़ा तैयार किया है।
बार्क के आंकड़ों के मुताबिक पतंजलि ने इस हफ्ते नंबर वन की पोजीशन हासिल की है। इससे पहले सप्ताह में पतंजलि छठवें नंबर पर थी। बाबा रामदेव का यह ब्रांड पिछले साल नवंबर से टॉप 10 की लिस्ट में शामिल हुआ है। बाबा रामदेन वे 2015 में कहा था कि उनकी कंपनी अगले पांच साल में भारत की सबसे बड़ी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनी बन जाएगी। पतंजलि ने अपने 30 प्रोडक्ट पोर्टाफोलियो में से सात प्रोडक्ट्स का चुनाव टीवी विज्ञापन के लिए किया है। यह सात प्रोड्क्ट्स हैं देसी घी, शैम्पू, बिस्किट, नूडल्स, शहद, टूथपेस्ट और एलोवेरा क्रीम।
बाबा रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि कंपनी ने यह फैसला लिया था कि वह अपने ज्यादा विज्ञापन न्यूज चैनल पर दिखाएगी इसका लक्ष्य इंटेलीजेंट ऑडियंस को टारगेट करना है। उन्होंने कहा कि हमारे सात प्रोडक्ट्स के विज्ञापन एक साथ अलग-अलग चैनल पर दिखाए जाते हैं और इसी वजह से हम नंबर वन पोजीशन पर पहुंचे हैं। जल्द ही कंपनी सात अन्य प्रोडक्ट्स के विज्ञापन भी जारी करेगी, इसलिए पाइपलाइन में अभी बहुत से टीवी विज्ञापन हैं। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि ने विज्ञापन के लिए 300 करोड़ रुपए का बजट बनाया है।