नई दिल्ली। भारत में यात्री वाहनों की थोक बिक्री यानि डीलर्स को भेजे गये वाहनों की संख्या पिछले साल की तुलना में इस साल जून में बढ़कर 2,31,633 इकाई हो गयी। कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों की वजह से बाजार के प्रभावित होने के साथ जून 2020 में यह आंकड़ा 1,05,617 इकाई रहा था। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अनुसार, कंपनियों से डीलरों के लिए रवाना किए जाने वाले दोपहिया वाहनों की संख्या पिछले महीने 10,55,777 थी जबकि जून 2020 में यह संख्या 10,14,827 थी। हालांकि पिछले महीने तिपहिया वाहनों की कुल बिक्री घटकर 9,397 हो गयी, जो पिछले साल इसी अवधि में 10,300 इकाई थी। सियाम ने बताया कि जून, 2020 में 11,30,744 इकाइयों की तुलना में पिछले महीने (जून 2021) सभी श्रेणियों में कुल बिक्री बढ़कर 12,96,807 इकाई हो गयी।
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2021-22) में डीलरों के लिए 6,46,272 यात्री वाहन रवाना किए गए जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह संख्या 1,53,734 थी। इसी तरह, पहली तिमाही में कुल दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री 24,03,591 इकाई रही, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 12,94,509 इकाई थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान कुल वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 1,05,800 इकाई रही, जो 2020-21 की इसी अवधि में 31,636 इकाई थी। इसी तरह, 2020-21 की पहली तिमाही में 12,760 इकाइयों की तुलना में इस वित्त वर्ष में तिपहिया वाहनों की बिक्री बढ़कर 24,376 इकाई हो गई। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सभी श्रेणियों में बिक्री बढ़कर 31,80,039 इकाई हो गयी जो पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 14,92,612 इकाई थी।
सियाम के अध्यक्ष केनिची आयुकावा ने बिक्री के आंकड़े को लेकर कहा कि कई मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को चिकित्सा उद्देश्यों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए इस अवधि (अप्रैल-जून 2021) में अपने विनिर्माण संयंत्रों को बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वाहन निर्माताओं ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने, स्वास्थ्य सुविधाओं में मदद देने और स्थानीय समुदायों की सहायता करने में भी योगदान दिया। सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि महामारी की पहली लहर के साथ देश भर में लगे लॉकडाउन के कारण पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान घरेलू बिक्री में गिरावट आयी थी। उन्होंने कहा, "इस साल भी, पहली तिमाही में कोविड-19 की दूसरी लहर के असर के कारण बिक्री में कमी (पहले की तुलना में) दर्ज की गयी।"