नई दिल्ली। कोविड-19 संकट और उससे जुड़े लॉकडाउन ने भारतीय विमानन क्षेत्र की कमर तोड़ दी है। विमानन कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय संगठन आईएटीए का अनुमान है कि 2020 में देश में हवाई यात्रियों की संख्या में 49 प्रतिशत की गिरावट आएगी। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने सोमवार को कहा कि 2020 में भारतीय विमानन कंपनियों की आय पिछले साल के मुकाबले 11.61 अरब डॉलर कम रहेगी। रिपोर्ट में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हवाई यात्रा की मांग में 53.8 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है।
आईएटीए के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (एशिया-प्रशांत) कॉनरैड क्लिफोर्ड ने कहा, ‘‘विमानन क्षेत्र के इतिहास में यह सबसे खराब साल है और विमानन कंपनियां किसी तरह अस्तित्व बचाने में लगी हैं। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विमानन कंपनियों को 29 अरब डॉलर का सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ेगा। यह प्रति यात्री 30.09 डॉलर का नुकसान है।’’ क्लिफोर्ड ने कहा, ‘‘ 2019 के स्तर पर वापस आने में विमानन उद्योग को कुछ साल लगेंगे।’’ भारत ने 24 मार्च से हुए लॉकडाउन के बाद देश में लगभग दो महीने बाद 25 मई से घरेलू यात्री उड़ानों को दोबारा शुरू कर दिया । हालांकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर देश में अब भी प्रतिबंध है।