नई दिल्ली: वर्ष 2020 के दौरान कोरोना वायरस महामारी ने जब पूरी दुनिया के आगे जीवन का संकट खड़ा कर दिया था, तब इसने कुछ ऐसे रास्ते भी बनाए जिनपर आगे बढ़कर कई स्टार्ट-अप्स शुरू हुए। ऐसा ही एक स्टार्ट-अप है कैमरी। इसकी स्थापना 2020 में रितिका कृत ने हजारों वर्ष पुराने आयुर्वेद के नुस्खों से दुनिया को स्वस्थ और टिकाऊ बनाने के उद्देश्य के साथ की। आयुर्वेद के आधार पर तैयार कैमरी के स्किनकेयर और वेलनेस प्रोडक्ट्स तेजी से न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में लोकप्रिय हो रहे हैं। कैमरी ने प्राकृतिक तत्वों से बने अपने आयुर्वेदिक उत्पादों को बहुत किफायती बनाया है, ताकि अधिक से अधिक लोग इनका उपयोग कर सकें।
वर्तमान में कैमरी पूरे भारत में हर घर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी का इरादा केवल अपने उत्पादों को बेचना नहीं है बल्कि लोगों को आयुर्वेद को अपनाने के जरिये इसके स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ने वाले लाभों से अवगत कराना भी है। वर्तमान में कैमरी की बिक्री प्रतिदनि 100,000 इकाई पर पहुंच गई है और कंपनी को पूरा भरोसा है कि जैसे-जैसे लोगों को प्राकृतिक आयुर्वेदिक उत्पादों की खूबियों के बारे में पता चलेगा बिक्री का यह आंकड़ा और भी बढ़ेगा।
Kamree की संस्थापक रितिका कृत ने कंपनी की भविष्य की रणनीति और योजनाओं को लेकर इंडियाटीवी पैसा से खास बातचीत की। यहां प्रस्तुत हैं बातचीत के कुछ अंश:
सवाल: कैमरी की स्थापना के पीछे क्या उद्देश्य है और इसे लोकप्रिय बनाने की क्या योजना है?
रितिका कृत: हमारा दृष्टिकोण आयुर्वेद के ज्ञानवर्धक सिद्धांतों का इस्तेमाल करते हुए एक प्राकृतिक, स्वस्थ दुनिया बनाना है। कंपनी का मिशन Kamree को भारत और विश्व स्तर पर एक घरेलू नाम बनाना है। एक ऐसा नाम जिसे लोग लंबे और सुखी जीवन जीने के लिए प्राकृतिक, नैतिक और टिकाऊ आयुर्वेदिक स्वास्थ्य उत्पादों के साथ जोड़ेंगे। हम अपने सभी उत्पादों को प्राकृतिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और पौधों के अर्क से विकसित करते हैं। ऐसे में ग्राहकों के लिए हमारे पास त्वचा, बाल और समग्र स्वास्थ्य के लिए उत्पादों की एक विशाल श्रृंखला उपलब्ध है।
सवाल: अत्यधिक प्रतिस्पर्धी स्किनकेयर उद्योग में कैसे आप अपने आप को स्थापित करेंगी?
रितिका कृत: स्किनकेयर उद्योग में स्थिरता को आगे बढ़ाना गैर-बायोडिग्रेडेबल, रासायनिक युक्त वस्तुएं और उत्पाद न केवल मानव शरीर के लिए अप्राकृतिक और संभावित रूप से हानिकारक हैं, बल्कि सामान्य रूप से पर्यावरण के लिए भी हानिकारक हैं। वे सभी प्रकार के प्रदूषण के साथ-साथ ग्लोबल वार्मिंग जैसी स्थितियों में योगदान करते हैं। तेजी से बदलते और अस्वस्थ वैश्विक वातावरण और जलवायु में उतार-चढ़ाव के साथ, उत्पादन और पैकेज के स्वस्थ तरीकों को अपनाना आज बेहद जरूरी हो गया है। उन्होनें कहा कि हम अपनी स्थापना के समय से ही पर्यावरण को बचाने और संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारा मूल आयुर्वेद में निहित है। यह हजारों साल पुरानी भारतीय चिकित्सा विज्ञान इस बात की वकालत करता है कि प्रकृति ने मानव जाति को नैतिक, टिकाऊ तरीके से सभी प्रकार के स्वास्थ्य और फिटनेस विकल्प प्रदान किए हैं। हमारे सभी उत्पाद प्राकृतिक, पौधे आधारित हैं। हम केवल उन सामग्रियों का उपयोग करते हैं जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। इसके अलावा हम हर 50वीं बिक्री पर एक पेड़ लगाकर पृथ्वी को हरा-भरा बनाने में भी मदद करते हैं। इस तरह के प्रयास के साथ, हम हर साल कम से कम 1000 पेड़ लगाने की आशा करते हैं।
सवाल: भविष्य की रणनीति क्या है?
रितिका कृत: Kamree जल्द ही अन्य वैश्विक भौगोलिक क्षेत्रों में पदचिन्ह स्थापित करेगी। हम ऐसे इंफ्रा और डिस्ट्रीब्यूशन चैनलों पर काम कर रहे हैं ताकि Kamree को विदेशों में भी एक घरेलू नाम बनाया जा सके। आयुर्वेदिक वैज्ञानिकों की हमारी टीम हमारे उत्पादों की विशाल श्रृंखला को बेहतर बनाना जारी रखे हुए है। भविष्य में इसमें और इजाफा होने की संभावना है, जिससे हमारा आधार और मजबूत होगा।