नई दिल्ली। आयकर विभाग ने पनामा पेपर्स मामले की जांच में अब तक 792 करोड़ रुपए की ऐसी राशि की पहचान की है जिसका खुलासा नहीं किया गया था। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मामले की जांच पूरी तेजी से चल रही है। वाशिंगटन स्थित खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय समूह (आईसीआईजे) द्वारा पनामा पेपर दस्तावेज सार्वजनिक कि, जाने के एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद CBDT ने सभी 426 मामलों में 147 मामलों को कार्रवाई करने लायक पाया है।
सीबीडीटी ने जारी बयान में कहा है कि,
जांच में अबतक खुलासा नहीं किए गए 792 करोड़ रुपए का पता लगा है। जांच पूरी तेजी से जारी है।
उसने कहा कि कर अधिकारियों ने इन मामलों में पांच आपराधिक शिकायतें दायर की हैं जबकि नए कालाधन रोधी अधिनियम के तहत संलिप्त कंपनियों को सात नोटिस जारी की गई हैं। विभाग ने इस सिलसिले में अब तक 35 मामलों में छापेमारी की है तथा 11 मामलों में सर्वे किया है।
CBDT ने कहा कि,
आयकर विभाग ने सभी 426 मामलों में पूछताछ की है। इनमें 28 देशों से 395 बार मदद ली गई है।
उसने कहा कि प्राप्त सूचनाओं के आकलन तथा हुई जांच के आधार पर 147 मामलों को कार्रवाई के योग्य तथा 279 मामलों को कार्रवाई के अयोग्य पाया गया। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मामले की जांच के लिए पिछले साल अप्रैल में बहु-एजेंसी जांच समूह गठित किया था।
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