नई दिल्ली। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार और गोल्ड रिजर्व के आगे पाकिस्तान एक बोने की तरह लगता है। 5 फरवरी को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6.24 अरब डॉलर घटकर 583.945 अरब डॉलर हो गया। इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.852 अरब डॉलर बढ़कर 590.185 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था।
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक पांच फरवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) के घटने की वजह से मुद्रा भंडार में गिरावट आई। विदेशीमुद्रा परिसंपत्तियां, कुल विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होती है। रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में एफसीए 4.88 अरब डॉलर घटकर 542.338 अरब डॉलर रह गई। एफसीए को दर्शाया डॉलर में जाता है, लेकिन इसमें यूरो, पौंड और येन जैसी अन्य विदेशी मुद्रा सम्पत्ति भी शामिल होती हैं।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार 8 जनवरी, 2021 के मुताबिक 13.4 अरब डॉलर है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भारत के आगे कुछ भी नहीं है।
भारत के पास मार्च, 2020 के मुताबिक 652.01 टन गोल्ड रिजर्व है। इसमें से 360.71 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट की सुरक्षित कस्टडी में विदेशों में जमा है। बाकी का सोना घरेलू स्तर पर सुरक्षित जमा रखा गया है।
आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान भारत के स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.327 अरब डॉलर घटकर 34.967 अरब डॉलर रह गया। देश को अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ) में मिला विशेष आहरण अधिकार 60 लाख डॉलर घटकर 1.503 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ के पास आरक्षित मुद्रा भंडार भी 2.7 करोड़ डॉलर घटकर 5.138 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान के पास 64.64 टन सोने का भंडार है, जो भारत के गोल्ड रिजर्व के आगे कुछ भी नहीं है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक 2020 की तीसरी तिमाही में पाकिस्तान के पास 64.64 टन गोल्ड रिजर्व है, जबकि इससे पहले दूसरी तिमाही में भी पाकिस्तान के पास इतना ही सोना था। इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई है।