नई दिल्ली। कराची स्टॉक एक्सचेंज (पीएसएक्स) की स्थापना 1947 में हुई थी। 11 जनवरी, 2016 को कराची, लाहोर और इस्लामाबाद स्टॉक एक्सचेंज का आपस में विलय कर पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज का गठन किया गया। इसके कराची, इस्मालाबाद और लाहोर में ट्रेडिंग फ्लोर्स हैं। लाहोर स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1970 में और इस्लामाबाद स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 में हुई थी।
23 फरवरी, 2018 के मुताबिक पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर 559 कंपनियां लिस्टेड थीं और इनका कुल बाजार पूंजीकरण 84 अरब डॉलर था। लेकिन तब से पाकिस्तानी रुपए के अवमूल्यन से एक्सचेंज का बाजार पूंजीकरण घटकर जनवरी 2020 में 50 अरब डॉलर से नीचे आ गया।
पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज को मई 2017 में एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट के तौर पर वर्गीकृत किया गया। एफटीएसई ने पीसीएक्स को सेकेंडरी इमर्जिंग मार्केट के तौर पर वर्गीकृत किया है। एक्सचेंज पर निवेशकों में 1886 विदेशी संस्थागत निवेशक और 883 घरेलू संस्थागत निवेशक शामिल हैं। इनके अलावा 22 लाख रिटेल इनवेस्टर्स हैं। यहां लगभग 400 ब्रोकरेज हाउस हैं, जो पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य हैं और 21 असेम मैनेजमेंट कंपनियां कार्यरत हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को आतंकवादियों ने कराची स्टॉक एक्सचेंज की इमारत में घुसकर हमला बोल दिया, जिसमें 4 कर्मचारी और एक सुरक्षाकर्मी मारा गया। सिंध प्रांत के गवर्नर इमरान इस्माइल ने घटना की निंदा की है। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर कि गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को कमजोर करने के लिए किया गया है। आईजी और सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया है कि घटना को अंजाम देने वालों को जिंदा पकड़ा जाये और उनके आकाओं को कड़ी सजा मिले। हम सिंध की हर कीमत पर रक्षा करेंगे। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और पूरे इलाके को घेर लिया गया है।