इस्लामाबाद। पाकिस्तान और रूस ने समुद्र के नीचे गैस पाइपलाइन के व्यवहार्यता अध्ययन के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) को अंतिम रूप दिया है। डॉन के अनुसार, साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश कार्यालय (एफओ) के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने बताया कि पाकिस्तान और रूसी संघ के ऊर्जा मंत्रालयों ने अंडर-सी गैस पाइपलाइन परियोजना के कार्यान्वयन के लिए व्यवहार्यता अध्ययन के लिए एक समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप दिया है।
अंडर-सी गैस पाइपलाइन परियोजना में चार देश पाकिस्तान, ईरान, रूस और भारत शामिल होंगे। परियोजना पर पिछले साल से चर्चा हो रही है। प्रवक्ता ने कहा कि समझौता ज्ञापन का मकसद परियोजना को सफल बनाने में सहयोग करना है।
दोनों पक्ष व्यवहार्यता अध्ययन के आधार पर इस परियोजना के भविष्य पर फैसला लेंगे। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया कि नई परियोजना लंबित पड़ी ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन परियोजना की जगह लेगी। फैसल ने कहा कि ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन एक अलग परियोजना है।