इस्लामाबाद। पाकिस्तान और रूस ने कराची से लाहौर के बीच 1100 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए शुक्रवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस गैस पाइपलाइन का निर्माण कराची में पोर्ट कासिम से लाहौर के बीच किया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 2.5 से 3 अरब डॉलर है। द डॉन न्यून की रिपोर्ट के मुताबिक चार दिन चली लंबी बातचीत के बाद गुरुवार को हेड्स ऑफ टर्म्स ऑफ शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
दोनों पक्षों ने पाकस्ट्रीम गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए रूस-पाकिस्तान ज्वॉइंट टेक्नीकल कमेटी की तीसरी मीटिंग के मिनट्स पर भी हस्ताक्षर किए। इस प्रोजेक्ट को नॉर्थ-साउथ गैस प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है। दोनों देश इस प्रोजेक्ट के लिए बने स्पेशल पर्पज व्हीकल में 74:26 प्रतिशत हिस्सेदारी पर सहमत हुए हैं।
रूसी कंपनियां सप्लायर्स क्रेडिट या इम्पोर्टेड उत्पाद जैसे स्टील, कंसल्टेंसी, पाइपलाइंस और पाकिस्तान में उपलब्ध न होने वाले उत्पाद और सामग्री के आयात को कवर करने के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग का प्रबंध करेंगी। पाइपलाइन के लिए कनसेशन एग्रीमेंट 25-30 साल के लिए प्रभावी रहेगा।
पाइपलान का आकार 56 इंच डायमीटर रखने पर सहमति बनी है जो देश में अगले 30-40 वर्षों के लिए एनर्जी जरूरत को पूरा करेगी। यह प्रति दिन 700-800 मिलियन क्यूबिक फीट गैस प्रवाह को सुनिश्चित करेगी, जिसे कम्प्रेसर के साथ 2000एमएमसीएफडी तक बढ़ाया जा सकता है।
अगले चरण में शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट, फाइनेंशियल एग्रीमेंट, गैस ट्रांसपोर्टेशन एग्रीमेंट और लेंडर्स एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस दौरान रूस की ओर से फ्रंट एंड इंजीनियरिंग डिजाइन को पूरा किया जाएगा और पाकिस्तान की ओर से 321 अरब रुपये के गैस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट सेस के लिए लोकल करेंसी कम्पोनेंट के डॉलन फाइनेंसिग का इंतजाम किया जाएगा।