नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को सभी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा की है। कृषि लागत और मूल्य आयोग ने फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए जो सिफारिश की थी उसे सोमवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिली है और धान, कपास, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तुअर, उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा और रागी जैसी सबी प्रमुख खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य को बढ़ा दिया गया है।
धान के समर्थन मूल्य में 53 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है और अब ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य बढ़कर 1888 रुपए तथा सामान्य धान का 1868 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इसी तरह मक्का का समर्थन मूल्य बढ़कर 1850 रुपए, ज्वार का बढ़कर 2640 रुपए, बाजरा का बढ़कर 2150 रुपए और रागी का समर्थन मूल्य बढ़कर 3295 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है।
दलहन फसलों की बात करें तो उनके समर्थन मूल्य में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई है, अब तुअर का मूल्य बढ़कर 6000 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग का बढ़कर 7196 रुपए और उड़द का समर्थन मूल्य बढ़कर 6000 रुपे प्रति क्विंटल हो गया है।
तिलहन फसलों की बात करें तो उनके समर्तन मूल्य में भी वृद्दि की गई है, अब सोयाबीन का समर्तन मूल्य बड़कर 3880 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है जबकि मू्ंगफली का 5275 रुपए, सूरजमुखी का 5885 रुपए और तिल का समर्थन मूल्य बढ़कर 6855 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
कपास किसानों के लिए बी अच्छी खबर है, मीडियम स्टेपल कपास का समर्थन मूल्य बढ़कर 5515 रुपए हो गया है और लॉन्ग स्टेपल कपास का बढ़कर 5825 रुपए प्रति क्विंटल हुआ है। खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य घोषित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा है कि फसल को पैदा करने में किसान की जो लागत बैठी है, समर्थन मूल्य उस लागत से 50 प्रतिशत से लेकर 83 प्रतिशत तक ज्यादा है।