मुंबई। पीएसीएल निवेशकों के एक समूह ने बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी से सोमवार को मुलाकात की और उनसे धन वापसी की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पाया कि पीएसीएल ने कृषि तथा जमीन जायदाद के कारोबार के नाम पर अवैध सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के जरिए 18 साल में 60,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि जुटाई थी।
बाजार नियामक ने एक बयान में कहा कि जनलोक प्रतिष्ठान के बैनर तले पीएसीएल के निवेशकों का एक समूह आज यहां सेबी मुख्यालय में त्यागी तथा अन्य अधिकारियों से मिला। बयान के अनुसार, निवेशकों के समूह ने धन की वापसी की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया है।
इस दौरान निवेशकों के समूह को पीएसीएल से जुड़ी गतिविधियों तथा उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त आर एम लोढ़ा समिति द्वारा शुरू धन वापसी प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया। समिति प्रभावित निवेशकों का पैसा वापस करने को लेकर पीएसीएल की संपत्ति के निपटान पर नजर रख रही है।