नई दिल्ली। भारतीय रेल की ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने पिछले 16 दिनों में पूरे देश में करीब 2,067 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचायीं है। इसमें दिल्ली को सबसे ज्यादा 707 टन और उसके बाद उत्तर प्रदेश को 641 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन मिला है। इस समय देश भर में 344 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन से लदी विभिन्न टैंक-ट्रेन मार्ग में हैं।
रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारतीय रेल ने देश के विभिन्न राज्यों में तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचाया है। अब तक भारतीय रेल विभिन्न राज्यों में 137 टैंकरों में 2,067 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचा चुकी है।" मंत्रालय ने बताया कि अब तक 34 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन अपना सफर पूरा कर चुकी हैं। अब तक महाराष्ट्र को 174, उत्तर प्रदेश को 641, मध्य प्रदेश को 190, हरियाणा को 229, तेलंगाना को 123 और दिल्ली को 707 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचायी गयी है। हर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन में करीब 16 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन लदा होता है और ये ट्रेन करीब 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं।
देश फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर के चपेट में है, जिसमें पहली लहर के मुकाबले कहीं ज्यादा नये मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल देश में 30 लाख से ज्यादा सक्रिय मामलें हैं, जिससे ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की किल्लत सामने आ रही है। केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी शुरू होते ही कहा था कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं है, हालांकि इसे लाने ले जाने को लेकर समस्या हैं। इसी से निपटने के लिए रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई। ये विशेष ट्रेन ऑक्सीजन टैंकरों को देश के दूसरे स्थानों पर मौजूद ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों तक ले जा रही हैं, और फिलिंग के बाद जरूरत की जगहों तक पहुंचा रही हैं। इससे समय की काफी बचत हो रही है।