ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स (Oxford Economics) ने कोरोना संकट से उबर रही भारतीय अर्थव्यवस्था में 2021 के दौरान तेज रिकवरी की उम्मीद जताई है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने भारत की इकोनोमिक ग्रोथ के अनुमान में संशोधन किया है। पहले ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने भारतीय अर्थव्यवस्था के 8.8 फीसदी की दर से विकास करने की उम्मीद जताई थी। वहीं अब इसे संशोधित कर 10.2 फीसदी कर दिया है।ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने कोविड-19 (COVID-19) को लेकर जोखिम कम होने और मौद्रिक नीति परिदृश्य में बदलाव का हवाला देते हुए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित किया है।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के अनुसार 2021-22 के बजट में किये गये उपायों का निजी क्षेत्र पर बेहतर असर दिखाई देगा और अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय मजबूती की गति सरकार के अनुमान से कम रहेगी। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स ने कहा, पहली तिमाही में सरकार के खर्च में वृद्धि की योजना तथा कोविड-19 को लेकर जोखिम कम होने एवं मौद्रिक नीति परिदृश्य में बदलाव को देखते हुए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 8.8 प्रतिशत से संशोधित कर 10.2 फीसदी कर दिया गया है।
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के अलावा एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P) ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था के अच्छे दिनों की उम्मीद जताई है। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था नए वित्त वर्ष में शानदार प्रदर्शन करेगी। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स का कहना है कि कोरोना की स्थिति के बाद इसके जल्द ही तेज रफ्तार पकड़ने की संभावना है। इस वैश्विक एजेंसी ने कहा कि कृषि क्षेत्र के लगातार अच्छे प्रदर्शन, कोरोना संक्रमण की कम होती रफ्तार और सरकारी खर्च में तेजी से अर्थव्यवस्था को समर्थन मिल रहा है।