नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने कहा कि अगर वैश्विक आर्थिक माहौल का समर्थन मिले तो भारतीय अर्थव्यवस्था अगले दस साल तक 8 फीसदी से अधिक वृद्धि दर हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा, हम पहले ही सात फीसदी से अधिक वृद्धि दर से बढ रहे हैं इसलिए मुझे लगता है कि अगले दस साल तक आठ व आठ से ज्यादा फीसदी की वृद्धि दर हासिल की जा सकती है। अगर अंतरराष्ट्रीय माहौल से मदद मिले। इस अवसर पर मेर्टन कालेज, आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एमिरेट्स फेलो विजय जोशी द्वारा लिखित किताब इंडियाज लोंग रोड: द सर्च फोर प्रास्पेरिटी का विमोचन किया गया। उन्होंने कहा, जब हमारी वृद्धि दर 9 प्रतिशत थी, तब हमारा निर्यात लगभग 24 फीसदी की दर से बढ रहा था।
कारोबार सुगमता रैंकिंग: सरकार ने विश्वबैंक टीम के समक्ष रखी बातें
व्यापार सुगमता सूचकांक में भारत की रैंकिंग सुधारने पर जोर देते हुए सरकारी अधिकारियों ने देश के कारोबारी माहौल में सुधार के लिये उठाये जा रहे कदमों के बारे में विश्वबैंक की टीम के समक्ष आज विस्तार से अपनी बातें रखी। वित्त, वाणिज्य एचं उद्योग तथा कानून समेत विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों ने जून 2015 से इस वर्ष मई के दौरान सुधारों की दिशा में उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी दी। एक अधिकारी ने कहा कि इन कदमों पर विश्वबैंक का निदेशक मंडल विचार करेगा। विश्वबैंक 25 अक्तूबर को कारोबार सुगमता पर अपनी रिपोर्ट लाने वाला है। विश्वबैंक का दल दो सप्ताह की यात्रा पर है। और वह 25 जुलाई से 31 जुलाई के दौरान मुंबई भी जाएगा और विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत करेगा।
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