लंदन। दुनियाभर के बड़े तेल उत्पादक देशों के बीच कच्चे तेल के उत्पादन में संभावित कटौती पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को यहां शुरू हो गई है। दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के फैलने और सउदी अरब-रूस के बीच प्राइस वॉर छिड़ने से कच्चे तेल की मांग में भारी कमी आई है।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और रूस तथा अन्य महतवपूर्ण दूसरे सहयोगियों के बीच यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 1440 जीएमटी पर शुरू हुई। इस बैठक के शुरू होते ही कच्चे तेल के दाम में काफी तेजी आ गई। हालांकि, तेज घटबढ़ वाले इस दौर में कारोबारियों ने मुनाफा वसूली की, जिससे बढ़त कुछ हल्की रह गई।
कच्चे तेल के दाम पिछले दो दशक के निम्न स्तर पर पहुंच चुके हैं। दाम को समर्थन देने के लिहाज से इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि रूस और सउदी अरब अपने-अपने रुख से पीछे हटने और उत्पादन में कटौती को लेकर तैयार होंगे।