वियना। महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे भारत के लोगों के लिए एक बड़ी खबर ओपेके से आई है। वियना में शुक्रवार को आयोजित 14 ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर सहमति बन गई है। प्रमुख तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक के सदस्य देश कच्चे तेल के उत्पादन में सम्मिलित तौर पर प्रतिदिन 10 लाख बैरल वृद्धि करने का निर्णय लिया है।
समूह के सूत्रधार साउदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल-फालेह ने बैठक के बाद इसकी जानकारी दी। अल-फालेह ने ओपेक की बैठक के बाद कहा कि मुझे खुशी है कि अंतत: हम 10 लाख बैरल के आंकड़े पर सहमत हुए, जिसके बारे में हम बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के साउदी अरब के प्रस्ताव को पूर्ण सहमति मिली है। हालांकि ईरान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। प्रमुख तेल आयातक देशों द्वारा आपूर्ति शॉर्टेज की शिकायत करने के बाद यह फैसला लिया गया है। उत्पादन बढ़ने से तेल की कीमतें स्थिर रहेंगी, जिससे भविष्य में इसका फायदा सस्ते पेट्रोल-डीजल के रूप में मिल सकता है।
अमेरिका, भारत और चीन ने ओपेक देशों पर कच्चे तेल की कीमतों को कम करने का दबाव बनाया था। इसी दबाव के मद्देनजर वियना में ओपेक देशों की बैठक बुलाई गई थी। कच्चे तेल की सीमित उपलब्धता से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा था।