लंदन। दुनिया के प्रमुख तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने शुक्रवार को कहा कि मेक्सिको को छोड़कर प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने मई और जून में उत्पादन में प्रतिदिन एक करोड़ बैरल की कटौती करने पर सहमति व्यक्त की है। ओपेक और अन्य प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने कीमतों में भारी गिरावट रोकने के लिए गहन वार्ता हुई, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई वार्ता के बाद कहा कि उत्पादन में जुलाई से दिसंबर तक 80 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती करने के समझौते पर सहमति मेक्सिको के रुख पर निर्भर करेगी।
कच्चे तेल के उत्पादन में संभावित कटौती पर चर्चा के लिए गुरुवार को यह महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई थी। दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के फैलने और सउदी अरब-रूस के बीच मूल्य युद्ध छिड़ने से कच्चे तेल की मांग में भारी कमी आई है।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और रूस तथा अन्य महतवपूर्ण दूसरे सहयोगियों के बीच यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 1440 जीएमटी पर शुरू हुई थी। इस बैठक के शुरू होते ही कच्चे तेल के दाम में काफी तेजी आ गई। हालांकि, तेज घटबढ़ वाले इस दौर में कारोबारियों ने मुनाफा वसूली की जिससे बढ़त कुछ हल्की रह गई।
कच्चे तेल के दाम पिछले दो दशक के निम्न स्तर पर पहुंच चुके हैं। दाम को समर्थन देने के लिहाज से इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि रूस और सउदी अरब अपने अपने रुख से पीछे हटने और उत्पादन में कटौती को लेकर तैयार हो जाएंगे।