नई दिल्ली| कोविड-19 महामारी के चलते भारतीय उपभोक्ताओं में ऑनलाइन शॉपिंग करने की प्रवृत्ति में काफी इजाफा देखने को मिला है। कंप्यूटर सुरक्षा से संबंधित कंपनी मैक्एफी ने मंगलवार को कहा कि उनके द्वारा किए गए एक सर्वे में कोविड के शुरू होने के बाद से ऑनलाइन शॉपिंग में 68 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला।
इस नतीजे से हालांकि यह भी पता चलता है कि उपभोक्ता ऑनलाइन मंच पर खुद को पर्याप्त रूप से सुरक्षित नहीं रख रहे हैं, क्योंकि केवल एक चौथाई यानि 27.5 प्रतिशत भारतीयों ने ही ऑनलाइन सिक्योरिटी सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया है। जिससे बड़ी संख्या में भारतीय उपभोक्ता ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान जोखिम के दायरे में बने हुए हैं।
'2020 हॉलीडे सीजन: स्टेट ऑफ टूडेज डिजिटल ई-शॉपर' इंडिया सर्वे के निष्कर्षो से पता चलता है कि आधे से अधिक भारतीयों को लगता है कि हॉलीडे सीजन के दौरान साइबर घपला होने की आशंका अधिक है, वहीं 42.3 फीसदी लोग छुट्टियों के दौरान ही शॉपिंग करने का प्लान बनाते हैं। मैक्एफी इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजिंग डायरेक्टर वेंकट कृष्णापुर ने एक बयान में कहा, "शॉपिंग की इस प्रवृत्ति में आगे और इजाफा होगा, क्योंकि ग्राहक स्टोर में न जाकर ऑनलाइन शॉपिंग को वरीयता देने वाले हैं। ऑनलाइन पैसों के लेन-देन में वृद्धि को देखते हुए साइबर क्रिमिनल्स इसका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे, ऐसे में जरूरी है कि यूजर्स संभावित खतरों के प्रति चौकन्ना रहें और छुट्टियों के इस मौसम में खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए जरूररी एहतियात बरतें।"
इससे पहले रिजर्व बैंक सहित कई अन्य संस्थान भी ऑनलाइन फ्रॉड बढ़ने की आशंका जता चुके हैं। रिजर्व बैंक लगातार लोगों से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के वक्त सतर्क रहने की सलाह जारी करता रहता है। हालांकि इन सबके बावजूद लगातार कार्ड क्लोनिंग, हैकिंग सहित ऑनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं।