नई दिल्ली। ऑनलाइन कारोबार करने वाली कंपनियों का पूरा ध्यान जल्द से जल्द खुद को मुनाफे में लाने पर है, क्योंकि निवेशकों का उनपर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट से लेकर टैक्सी एग्रीगेटर ओला तक सभी नए-नए सेगमेंट में प्रवेश कर अपनी बिक्री को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने पर फोकस कर रही हैं। वहीं एफएमसीजी कंपनियां भी नए और आकर्षक उत्पादों को लॉन्च कर अपनी बिक्री को मजबूत करने की रणनीति बना रही हैं।
किराना खंड में फिर उतरेगी फ्लिपकार्ट
घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट किराना खंड कारोबार में एक बार फिर उतरने पर विचार कर रही है। देश के खुदरा उद्योग में किराना का एक बड़ा हिस्सा है।
फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम किराना खंड में उतरेंगे, भारत में खरीदे जाने वाले 80 प्रतिशत उत्पाद किराने के होते हैं। किराना बाजार 400-600 करोड़ रुपए का है इसलिए हमें इसमें उतरना होगा। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी का किराना खंड के लिए यह दूसरा प्रयास होगा।
कंपनी ने अक्टूबर 2015 में किराना ऑर्डर के लिए एक अलग एप नीयरबाय शुरू किया था। हालांकि ज्यादा अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उसने कुछ ही महीने में इसे बंद कर दिया था। कृष्णमूर्ति ने कहा, किराने के तीन मॉडल हैं। एक तो दैनिक खरीद, दूसरा साप्ताहिक और तीसरा मासिक खरीद का। किराना कारोबार में 60-70 प्रतिशत बाजार इसी तीसरे मॉडल का है जिसमें औसत 2000 रुपए से अधिक की खरीदारी होती है।
ओला जल्द अपने एप पर इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी
एप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला जल्द भारत में अपने मंच पर इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी। सॉफ्टबैंक से वित्तपोषित ओला इसे एक प्रायोगिक परीक्षण के रूप में परिचालित करेगी।
अमेरिकी कंपनी उबर से कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रही ओला द्वारा इसे आने वाले महीनों में नागपुर जैसे शहरों में पायलट आधार पर शुरू किया जा सकता है। ओला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने कहा कि कंपनी इस साल भारतीय शहरों में पायलट आधार पर इलेक्ट्रिक वाहन उतार सकती है। हालांकि कंपनी ने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है। दिसंबर में सॉफ्टबैंक समूह के चेयरमैन मासायोशी सन ने कहा था कि ओला अगले पांच साल में भारत में दस लाख इलेक्ट्रिक वाहनों का बेड़ा उतार सकती है।
ग्लोबल कंज्यूमर प्रोडक्ट ने पर्यावरण हितैषी मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती पेश की
रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी ग्लोबल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने पर्यावरण हितैषी मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती डीएनडी स्पिरा कॉइल्स पेश की।
कंपनी ने दावा किया है कि यह देश की पहली पर्यावरण हितैषी कॉइल है। यह 99.5 प्रतिशत प्राकृतिक है। डीएनडी स्पिरा कॉइल्स में जापान की पेटेंट तकनीक सुमिओन एक्टिव का इस्तेमाल किया गया है। यह तकनीक जापान की सुमितोमो ने पेटेंट कराई हुई है। कंपनी का दावा है कि यह जलने के बाद तेजी से हवा में फैल जाती है जो इसे ज्यादा प्रभावी बनाती है। यह 99.5 प्रतिशत तक प्राकृतिक है जिसके चलते यह एक पर्यावरण हितैषी उत्पाद है। कंपनी ने हाल ही में डीएनडी-डू नॉट डिस्टर्ब ब्रांड के तहत मच्छर भगाने वाले कई उत्पाद पेश किए हैं।