नई दिल्ली। देश में प्याज की बेलगाम हो चुकी कीमतों को काबू में करने के लिए सरकार ने एक और कदम उठाया है, सरकार ने प्याज व्यापारियों के लिए स्टॉक की लिमिट और घटा दी है। अब प्याज के थोक कारोबारी 25 टन से ज्यादा प्याज का स्टॉक नहीं रख सकेंगे जबकि प्याज के रिटेल कारोबारियों के लिए यह लिमिट सिर्फ 5 टन निर्धारित की गई है। व्यापारियों के पास सरकार की तय लिमिट से ज्यादा प्याज पाया गया तो उनके ऊपर जरूरी वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी। हालांकि सरकार ने प्याज आयात करने वाले कारोबारियों को इस लिमिट से बाहर रखा है।
सरकार ने अबतक प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए जो भी कदम उठाए हैं उनका असर होता नजर नहीं आ रहा है, देशभर में प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को देश की कई मंडियों में प्याज का भाव 130 और 140 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया। उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को पोर्ट ब्लेयर में प्याज का भाव 140 रुपए, कोजिकोड और त्रिशूर में 130 रुपए किलो, अर्नाकुलम में 127 रुपए किलो और पलक्कड में 120 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया।
उत्तर भारत के शहरों की बात करें तो उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार को चंडीगढ़ में भाव 100 रुपए किलो, दिल्ली में 94 रुपए किलो, जम्मू में 100 रुपए किलो और मेरठ में भी 100 रुपए किलो दर्ज किया गया। प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार अपनी त रफ से कई प्रयास कर रही है लेकिन प्याज के आगे सरकार के सारे प्रयास हारते हुए नजर आ रहे हैं।