नई दिल्ली। प्याज के रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद इसकी कीमतों में तेजी आना शुरू हो गई है, दिवाली से हफ्ताभर पहले थोक बाजार में प्याज का भाव 23 महीने के ऊपरी स्तर तक पहुंच गया है। देशभर में प्याज के करोबार के लिए सबसे बड़ी थोक मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में सोमवार को इसका भाव औसत थोक भाव 2510 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो नवंबर 2015 के बाद सबसे अधिक भाव है।
रिटेल मार्केट में भी बढ़ने लगे दाम
सिर्फ थोक मार्केट ही नहीं बल्कि रिटेल मार्केट में भी इसकी कीमतों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। मंगलवार को राजधानी दिल्ली में रिटेल भाव 38 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के आगरा में भाव 40 रुपए, पूर्वोत्तर के शिलोंग में भी 40 और गंगटोक आइजोल में 50 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। सोमवार को लासलगांव में प्याज की आवक 1779.1 टन दर्ज की गई जो करीब दो हफ्ते में सबसे कम दैनिक आवक है।
प्याज का निर्यात 61% बड़ा
आवक घटने के साथ प्याज का लगातार बढ़ रहा निर्यात भी इसकी कीमतों को बढ़ने में मदद कर रहा है। वित्तवर्ष 2016-17 में रिकॉर्ड एक्सपोर्ट के बाद अब चालू वित्तवर्ष 2017-18 की पहली तिमाही यानि अप्रैल से जून के दौरान देश से 9,45,262 टन प्याज का निर्यात हो चुका है जो 2016-17 की पहली तिमाही में हुए निर्यात के मुकाबले करीब 61 फीसदी अधिक है, 2016-17 की पहली तिमाही में देश से 5,87,475 टन प्याज का निर्यात हुआ था।
इस साल रिकॉर्ड उत्पादन
देश में इस साल प्याज का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है जिस वजह से लंबी अवधि में कीमतों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका कम है, कृषि मंत्रालय के मुताबिक 2016-17 के दौरान देश में कुल 217.18 लाख टन प्याज पैदा हुआ है जो अबतक का सबसे अधिक उत्पादन है, 2015-16 के दौरान देश में 209.31 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।