नई दिल्ली। प्याज की महंगाई से जल्द राहत को लेकर सरकार के बयान के बावजूद इसकी कीमतों में एकतरफा तेजी का सिलसिला बना हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों में प्याज का रिटेल दाम 2 साल के ऊपर स्तर तक पहुंच गया है। रविवार को दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 53 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जो अक्टूबर 2015 के बाद सबसे अधिक भाव है।
दिल्ली से सटे हरियाणा के शहरों में भी प्याज की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं, रविवार को हरियाणा के हिसार में भाव 55 रुपए प्रति किलो और करनाल में 50 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। थोक मंडियों में प्याज की कीमतों में आई तेजी की वजह से रिटेल बाजार में दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
थोक बाजार की बात करें तो महाराष्ट्र की कई मंडियों में दाम 2 साल के ऊपरी स्तर पर हैं। प्याज के कारोबार के लिए देशभर में सबसे बड़ी थोक मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में इस हफ्ते कीमतों ने 3311 रुपए प्रति क्विंटल का ऊपरी स्तर छुआ है जो नवंबर 2015 के बाद सबसे अधिक दाम है।
इस बीच प्याज के निर्यात में भी इस साल जोरदार इजाफा देखने को मिला है। चालू वित्तवर्ष 2017-18 के पहले 4 महीने यानि अप्रैल से जुलाई के दौरान देश से 12.29 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है जबकि 2016-17 में इस दौरान 7.88 लाख टन प्याज का निर्यात हो पाया था। बढ़े हुए निर्यात की वजह से भी प्याज की कीमतों मे तेजी आई है। इस हफ्ते ही केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा था कि प्याज की कीमतों में जल्द गिरावट आ जाएगी क्योंकि मंडियों में खरीफ सीजन का प्याज अपनी दस्तक दे देगा, लेकिन खाद्य मंत्री के इस बयान के बावजूद प्याज की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।